Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच युद्ध को एक हफ्ता पूरा हो चुका है. दोनों के बीच युद्ध का आज आठवां दिन है. इजरायल की तरफ से लगातार गाजा पर बमबारी की जा रही है. हालांकि, अब इजरायली सेना ने गाजा में घुसकर जमीनी ऑपरेशन शुरू कर दिया है. इस युद्ध की वजह से इजरायल और गाजा दोनों ही जगह जबरदस्त नुकसान हुआ है. गाजा में हालात बेहद ही खराब हैं. ऐसे में आइए आपको 20 प्वाइंट्स में बताते हैं कि अब तक जंग में क्या-क्या हुआ है.
- गाजा पट्टी से ऑपरेट करने वाले चरमपंथी संगठन हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर मिसाइलों से हमला बोला. हमास के लड़ाके इजरायल में घुस आए और उन्होंने लोगों को मारना शुरू कर दिया. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि लोगों को अगवा भी किया गया है. अगवा लोगों में विदेशी नागरिक भी शामिल रहे.
- हमास के लड़ाकों को इजरायल के रीम में चल रहे म्यूजिक फेस्टिवल पर भी हमला किया. हमास के लड़ाकों को पैराशूट के जरिए म्यूजिक फेस्टिवल में लैंड करते हुए देखा गया. यहां पर 250 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी गई. बताया गया कि इस म्यूजिक फेस्टिवल में हिस्सा लेने के लिए 3500 लोग पहुंचे हुए थे.
- इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हमला बोल दिया. सबसे पहले इजरायल के दक्षिणी हिस्से में घुसे चरमपंथियों का सफाया किया गया. इसके बाद उन्हें पीछे धकेलने का काम शुरू हुआ. आखिर में इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर बम बरसाना शुरू कर दिया.
- इजरायल ने गाजा पट्टी को पूरी तरह से घेर लिया. एक तरफ लाखों की तादाद में सैनिकों को तैनात किया गया. इसके बाद इजरायली सेना ने मोर्चा संभाला और हमास के उन लोकेशन पर बमबारी शुरू की, जहां से लड़ाकों को हथियार और गोला-बारूद सप्लाई की जा रही थी.
- इजरायल पर हुए हमले के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस जैसे पश्चिमी मुल्कों ने उसका समर्थन किया. इन मुल्कों ने हमास के हमले को आतंकी हमला करार देते हुए इजरायल के आत्म-रक्षा की बात की. इस दौरान पश्चिमी मुल्कों में फलस्तीन के समर्थन में लोगों ने रैलियां भी निकालीं.
- हमास और इजरायल के बीच जंग को लेकर खाड़ी देशों के भी बयान सामने आए. कतर, ईरान, लेबनान, यमन जैसे देशों ने सीधे तौर पर इजरायल की आलोचना की और फलस्तीनियों पर अत्याचार बंद करने की बात की. वहीं, सऊदी अरब, यूएई, ओमान, जॉर्डन, तुर्की जैसे मुल्कों ने दोनों पक्षों से शांति की अपील की.
- जंग के बीच खबर आई कि हमास ने 40 बच्चों का गला काट दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी यही बात दोहराई. उन्होंने इन तस्वीरों को देखने की बात भी कही. हालांकि, व्हाइट हाउस ने कहा कि उनके पास कोई तस्वीर नहीं है. इस तरह इस मुद्दे पर काफी बवाल भी मचा.
- इजरायल ने युद्ध को ध्यान में रखते हुए 12 अक्टूबर को वॉर कैबिनेट का ऐलान किया. इसका काम युद्ध में हो रही गतिविधियों पर नजर रखना और जरूरी पड़ने पर फैसले देना है. इस कैबिनेट में न सिर्फ सरकार के मंत्री शामिल हैं, बल्कि विपक्षी नेताओं को भी इसमें जगह दी गई है.
- हमास पर दबाव बनाने के लिए इजरायल ने गाजा की सप्लाई बंद करने का फैसला किया. खाना, ईंधन और पानी की सप्लाई को पूरी तरह से बंद कर दिया गया. संयुक्त राष्ट्र समेत कई मुल्कों ने इसके बुरे परिणाम होने का अंदेशा भी जताया और ऐसा ही देखने को भी मिल रहा है.
- इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध में सऊदी अरब और ईरान की भूमिका बढ़ गई है. सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम राईसी ने एक-दूसरे से फोन पर बात की. उन्होंने फलस्तीनी मुद्दों का जिक्र किया. इससे लगने लगा कि अब दोनों इजरायल पर दबाव भी बनाएंगे.
- युद्ध शुरू होने के बाद से ही लगातार अमेरिका का सपोर्ट इजरायल की तरफ रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इजरायल का दौरा किया. अमेरिका की तरफ से इजरायल को हथियारों की सप्लाई भी की गई है. वाशिंगटन ने अपना एयरक्राफ्ट कैरियर भी इजरायल की ओर भेजा है.
- इजरायल-हमास युद्ध में शुक्रवार का दिन काफी अहम रहा, क्योंकि अब तक हवाई हमलों के जरिए हमास के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर रहे इजरायल ने जमीनी हमले की शुरुआत की. इजरायली सैनिकों ने गाजा पट्टी में घुसकर हमास के लड़ाकों को ठिकाना लगाना शुरू कर दिया.
- इजरायल ने सबसे पहले गाजा के लोगों से कहा कि वे इसके दक्षिणी इलाके में जाना शुरू कर दें. संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल को बताया कि ऐसा करना मुमकिन नहीं होगा, क्योंकि यहां के अस्पतालों में मरीज भर्ती हैं. इजरायल से अपना आदेश वापस लेने की गुजारिश भी की गई.
- हमास ने गाजा के लोगों से कहा कि उन्हें दक्षिण की ओर जाने की जरूरत नहीं है. मगर लोगों में इतना ज्यादा डर रहा है कि गाजा के उत्तरी इलाकों से 10 लाख से ज्यादा लोगों ने दक्षिण की ओर जाना शुरू कर दिया. इसे लोगों ने दूसरा नकबा करार दिया है. पहले नकबा में भी लोगों का विस्थापन हुआ था.
- इजरायल ने गाजा पट्टी के उत्तरी हिस्से में जमीनी कार्रवाई शुरू की और एयरस्ट्राइक का भी आरंभ हुआ. हमले से पहले ही गाजा की सीमा पर तीन लाख इजरायली सैनिकों को मौजूद रखा गया. इसके अलावा बड़े पैमाने पर टैंक भी तैनात थे. लोगों के हटते ही इजरायल गाजा में घुस गया.
- इजरायल के ऊपर लेबनान की तरफ से भी हमला किया गया. जवाबी कार्रवाई में जब शुक्रवार को गोले दागे गए, तो इसकी चपेट में आकर एक पत्रकार की मौत हो गई, जबकि छह घायल हो गए. इससे पहले गाजा में की गई एयरस्ट्राइक में भी फलस्तीनी पत्रकारों के मारे जाने की खबर आई.
- युद्ध की वजह से गाजा के अस्पतालों की हालत सबसे ज्यादा खराब है. इजरायल की तरफ से ईंधन की सप्लाई बंद किए जाने के बाद अस्पतालों में काम ठप पड़ गया है. गाजा के सबसे बड़े अस्पताल में इतनी ज्यादा लाशें आ गई हैं, वह पूरी तरह से भर गया है.
- इजरायल की एयरस्ट्राइक में गाजा में अब तक 1900 से ज्यादा फलस्तीनियों की मौत हुई, जबकि घायलों की संख्या 7600 से ज्यादा है. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि वेस्ट बैंक में भी 51 लोग मारे गए हैं, जिनमें से 16 की मौत शुक्रवार को ही हुई है.
- इजरायल में हमास के हमले में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 1300 के करीब है, जबकि 2800 लोग घायल हुए हैं. हमास ने इजरायल के जिन 150 लोगों को अगवा किया था, उनका अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है. हमास ने इजरायल को चेतावनी दी थी कि अगर वह हमला करेगा, तो एक-एक बंदी को मार दिया जाएगा.
- रूस ने कहा है कि गाजा के हालात बेहद खराब हैं. उसने अमेरिका पर शांति को भंग करने का आरोप लगाया है. वर्तमान में गाजा की सभी प्रमुख इमारतें जमींदोज कर दी गई हैं. इजरायल की तरफ से लगातार बमबारी की जा रही है. गाजा के लोगों को गाजा छोड़कर जाने का ऑप्शन भी नहीं दिया गया है.
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