'हम जंग को और खींचने के खिलाफ', इजरायल-हमास युद्ध के बीच क्या बदल गया ईरान का रूख
Israel Hamas War: ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि अगर किसी इलाके में अमेरिकी हितों को निशाना बनाया जाता है तो बगैर किसी सबूत के ईरान पर आरोप लगाना पूरी तरह से गलत है.
Iranian Foreign Minister Hossein Amirabdollahian Statement: ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने इजरायल-हमास युद्ध को लेकर ईरान के रूख को लेकर बयान दिया है. होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने कहा कि ईरान नहीं चाहता कि दोनों पक्षों की जंग फैले और हालात गंभीर हों.
सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि युद्ध और फैले. ईरानी विदेश मंत्री ने उन आरोपों को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि इजरायल के खिलाफ हमले में हमास के साथ ईरान भी शामिल था.
ऐसे आरोपों को अमीराब्दुल्लाहियन ने निराधार बताते हुए कहा, "यह सच है कि हमने फिलिस्तीन के लिए हमेशा राजनीतिक या अंतरराष्ट्रीय मंचों से आवाज उठाई हैं. हम इससे इनकार नहीं करते हैं.मगर अल-अक्सा स्टार्म ऑपरेशन में ईरान का कोई संबंध नहीं है. इस ऑपरेशन का संबंध न मेरी सरकार के साथ है और न ही मेरे देश के किसी हिस्से के साथ इसका कोई लेना-देना है."
'अमेरिका न लगाए निराधार आरोप'
गौरतलब है कि पिछले सफ्ताह में ईरान के समर्थन वाले रक्षा बलों ने ईराक और सीरिया में अमेरिकी सैनिकों पर कम से कम 19 बार हमला किया गया. संयुक्त राज्य अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र से कहा कि वह ईरान के साथ जंग नहीं चाहता है. लेकिन विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चेतावनी दिया कि अगर ईरान या उसके प्रतिनिधि अमेरिकियों पर कहीं भी हमला करते हैं तो अमेरिका कार्रवाई करने से नहीं चूकेगा.
ईरानी विदेश मंत्री ने कहा कि अगर किसी इलाके में अमेरिकी हितों को निशाना बनाया जाता है तो बगैर किसी सबूत के ईरान पर आरोप लगाना पूरी तरह से गलत है.
गाजा को लेकर उन्होंने कहा, लोग गुस्से में हैं लेकिन पता हो कि उन्हें हमसे आदेश नहीं मिल रहे हैं. वे अपने हित के अनुसार काम करते हैं. इसके अलावा जो हुआ या जो हमास ने किया वह पूरी तरह से फिलिस्तीनी मामला था."
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