Israel-Hamas War: गाजा का अल-शिफा अस्पताल बना कब्रगाह, WHO का खुलासा-'हॉस्पिटल के अंदर 80 लोगों की दिखी कब्र'
Israel-Hamas War: WHO ने अपने एक बयान में कहा कि अस्पताल के आस-पास गोलीबारी के संकेत साफ तौर पर दिखाई दे रहे थे. टीम ने अस्पताल के प्रवेश द्वार पर एक सामूहिक कब्र देखी.
WHO On Gaza Al-Shifa Hospital: इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के दौरान संयुक्त राष्ट्र की मानवीय मूल्यांकन टीम ने शनिवार (18 नवंबर) को उत्तरी गाजा में अल-शिफा अस्पताल का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने अल-शिफा अस्पताल का मूल्यांकन करने के लिए अपनी जान जोखिम डाली. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शनिवार को मूल्यांकन से जुड़ी बात के बारे में विस्तार से बताया. WHO के अनुसार संयुक्त राष्ट्र की टीम ने अस्पताल के नजदीक भारी लड़ाई के बीच काम को अंजाम दिया.
संयुक्त राष्ट्र की मानवीय मूल्यांकन टीम ने अल-शिफा अस्पताल के अंदर अपने एक घंटे के मिशन के दौरान स्थिति को निराशाजनक बताया और अस्पताल की तुलना डेथ जोन से कर दी. इस दौरान टीम में OCHA, UNDSS, UNMAS/UMOPS, UNRWA और WHO के सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, रसद अधिकारी और सुरक्षा कर्मचारी शामिल थे. ये सभी समूह के लोगों ने अस्पताल की स्थिति का जायजा लिया.
अल-शिफा अस्पताल की स्थिति दयनीय
WHO ने अपने एक बयान में कहा कि अस्पताल के आस-पास गोलीबारी के संकेत साफ तौर पर दिखाई दे रहे थे. टीम ने अस्पताल के प्रवेश द्वार पर एक सामूहिक कब्र देखी और बताया गया कि वहां 80 से अधिक लोगों को दफनाया गया था. WHO ने कहा कि एक समय अल-शिफा अस्पताल गाजा का सबसे बड़ा और सबसे उन्नत रेफरल अस्पताल हुआ करता था. हालांकि, युद्ध के दौरान ये साफ पानी, ईंधन, दवाओं और भोजन की कमी के कारण अपंग हो गया है. इसकी वजह से अस्पताल नए रोगियों को भर्ती नहीं कर रहा है.
WHO leads very high-risk joint humanitarian mission to Al-Shifa Hospital in #Gaza
— World Health Organization (WHO) (@WHO) November 18, 2023
Earlier today, a joint UN humanitarian assessment team, led by WHO, accessed Al-Shifa Hospital in northern Gaza to assess the situation on the ground, conduct a rapid situational analysis, assess… pic.twitter.com/93uIdy8PVA
इसकी वजह से अब घायलों और बीमारों को भीड़भाड़ वाले इंडोनेशियाई अस्पताल में भेज रहा है. संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी के अनुसार फिलहाल अल-शिफा अस्पताल में 25 स्वास्थ्य कार्यकर्ता और 291 मरीज हैं, जिनमें 32 गंभीर रूप से बीमार बच्चे, बिना वेंटिलेशन के गहन देखभाल में 2 व्यक्ति और 22 डायलिसिस मरीज शामिल हैं.
अल-शिफा अस्पताल में मर रहे लोग
WHO समेत कई अंतरराष्ट्रीय समूह मिलकर अल-शिफा अस्पताल में मौजूद बचे मरीजों, कर्मचारियों और उनके परिवारों को तत्काल निकालने के लिए जरूरी प्लानिंग कर रही है. इजरायली हवाई हमले के बीच गाजा के दक्षिण में स्थित अस्पतालों से अगले 24-72 घंटों में मरीजों को तत्काल निकालने के लिए ट्रांसपोर्ट सुविधा मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है. आपको बता दें कि इजरायल हमास युद्ध के दौरान गाजा में मौजूद अस्पतालों की स्थिति बहुत खराब है. कल ही अल-शिफा अस्पताल में बिजली की कमी की वजह से 3 बच्चे समेत 24 लोगों की मौत हो गई है.
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