Hezbollah Chief Sayyed Hassan Nasrallah: गाजा पर इजराइल के युद्ध पर हिजबुल्लाह नेता सैयद हसन नसरल्ला के शुक्रवार को दिए भाषण के बाद लेबनान के लोगों में ये डर घर कर गया है कि क्या अब वे युद्ध के हालातों में जीने को मजबूर हो जाएंगे. उन्हें भय है कि हिजबुल्लाह की ओर से इजराइल के खिलाफ हमले के फैसले के बाद क्षेत्रीय तनाव बढ़ सकता है.


हाल के सप्ताहों में हिज्बुल्लाह और इजरायल के बीच सीमा पर लड़ाई बढ़ गई है. हिजबुल्लाह का दावा है कि उसके 47 लड़ाके मारे गए हैं जबकि इजरायल का कहना है कि उसके छह सैनिक मारे गए हैं और कम से कम छह नागरिक भी मारे गए हैं. 


25 अक्टूबर की एक तस्वीर में देखा गया कि हिजबुल्लाह नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह, फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद और हमास के नेता आपस में बैठ कर बातचीत कर रहे हैं. इस तस्वीर के बाद ये मान लिया गया कि इजरायल के खिलाफ जंग में ये संगठन एक दूसरे का साथ दे सकते हैं. दक्षिणी लेबनान का इलाका इजरायली सीमा से सटा है. अतीत में कई संघर्षों में लेबनान को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. 


'हमेशा हम ही लड़ते आए हैं'


दक्षिण लेबनान के निवासी मोहम्मद ने अल जजीरा को बताया, "नसरल्ला के समर्थकों के बीच भी ऐसे लोग हैं जो मानते हैं कि लेबनान का दक्षिणी इलाका हमेशा इजरायल से लड़ने पर मजबूर हुआ, जबकि मौजूदा हालात ऐसे हैं कि हम युद्ध के लिए तैयार नहीं है." 


मोहम्मद ने अल जजीरा से अपने पूरा नाम नहीं बताया कि क्योंकि उसे डर है कि हिज्बुल्लाह के लोग उसे इस बयान के लिए परेशान कर सकते हैं. अल जजीरा ने जानकारों के हवाले से बताया है कि हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर हमले की धमकी देकर ये संदेश दिया है कि अगर वह गाजा पर हमले नहीं रोक तो उसे हिज्जबुल्लाह से भी टकराना होगा. इसलिए मुमकिन है कि हिज्बुल्लाह अपने फैसलों पर दोबारा सोचेगा. 


ये भी पढ़ें:
कनाडा में हिंदुओं के खिलाफ नफरत पर संसद में पेश हुई याचिका, 'हिंदूफोबिया' शब्द को शब्दावली में जोड़ने की मांग