Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चार दिवसीय युद्ध विराम समझौते के तहत गाजा से बंधकों के पहले ग्रुप को शुक्रवार (24 नवंबर) को छोड़ा गया. इसमें 13 इजरायली और 12 थाइलैंड के नागरिक हैं.
इस बीच इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि संघर्ष विराम सिर्फ एक अल्प विराम है. उन्होंने कहा, ''युद्ध विराम सिर्फ थोड़े से समय के लिए है. इसके बाद हमारी सेना पूरी क्षमता के साथ काम करेगी. हम अपना टारगेट पूरा करने में नहीं रुकेंगे.'' वहीं हमास के नेता इस्माइल हानिया ने कहा कि हम समझौते के तहत सारी शर्त को पूरा करने को तैयार हैं, लेकिन जब तक इजरायल साथ देगा.
अल-शिफा अस्पताल से हटी इजरायली सेना
गाजा में स्थित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल की सेना अल-शिफा अस्पताल से हट गई है. अस्पताल में बचे लोग एक क्षतिग्रस्त परिसर में थे, जिसका कि मुख्य जनरेटर कई इमारतों के साथ नष्ट हो गया है. वहीं इसी बीच इजरायल डिफेंस फोर्स ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि लोग घर पर हैं.
डिफेंस फोर्स ने कहा, ''आईडीएफ विशेष बल और आईएसए बल वर्तमान में रिहा किए गए बंधकों के साथ हैं. जब वे इजरायली अस्पतालों की ओर बढ़ेंगे तो आईडीएफ सैनिक उनके साथ रहेंगे, जहां वे अपने परिवारों से मिलेंगे. आईडीएफ पूरे इजरायली सुरक्षा प्रतिष्ठान के साथ तब तक काम करना जारी रखेगा जब तक कि सभी बंधकों की घर वापसी नहीं हो जाती.''
समझौते क्यों अहम है?
समझौते के तहत इजरायल फिलिस्तीन कैदियों की रिहाई के बदले गाजा में चरमपंथी समूह हमास बंधक बनाए गए 50 लोगों की रिहाई करेगा. इसी के तहत हमास ने 13 इजरायल के लोगों कि छोड़ा है. ये बड़ा इसलिए है क्योंकि सात अक्टूबर को शुरू हुए युद्ध में पहली बार विराम लगा है.
अलजजीरा के मुताबिक, इस युद्ध में गाजा के 14 हजार 800 लोग मारे जा चुके हैं. वहीं इजरायल के 1 हजार 200 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. हमास ने 240 लोगों को जंग में बंधक बनाया हुआ ङै.
ये भी पढ़ेें- फिलिस्तीन को लेकर एक राष्ट्र के समाधान वाले रुख से पलटा पाकिस्तान, जानें इसका सऊदी अरब से कनेक्शन