जरुशलम: इजरायल में आज 17 लाख लोग गरीबी में जी रहे हैं. यह उसकी कुल जनसंख्या का 21.7 प्रतिशत है. यह जानकारी यहां नेशनल इंश्योरेंस इंस्टीट्यूट की वार्षिक गरीबी रिपोर्ट में गुरुवार को दी गई. इस रिपोर्ट के अनुसार, जो कि केंद्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के आंकड़े पर आधारित है, वर्ष 2015 में 17 लाख 12 हजार 900 लोग गरीबी रेखा के नीचे थे. इनमें 46 हजार 800 परिवार और 7 लाख 64 हजार 200 बच्चे शामिल हैं.


यह रिपोर्ट ऑनलाइन जेपोस्ट पर प्रकाशित हुई है. इसके अनुसार कुल गरीबी जो वर्ष 2014 में 22 प्रतिशत थी वह घटी है जबकि गरीबी में जीने वाले परिवारों की संख्या वर्ष 2014 में जो 18.8 प्रतिशत थी, वह वर्ष 2015 में बढ़कर 19.1 प्रतिशत हो गई है.


बच्चों में गरीबी 2014 में 31 प्रतिशत थी जो वर्ष 2015 में घटकर 30 प्रतिशत हुई है जबकि बड़ों की गरीबी इस अवधि में 22.3 प्रतिशत से कम होकर 21.7 प्रतिशत हुई है.


यहां गरीबी की परिभाषा के तहत वह व्यक्ति गरीबी रेखा के नीचे जी रहा है जिसकी मासिक आय 881 डॉलर से कम है और दंपति प्रतिमाह 1314 डॉलर से कम कमाते हैं. पांच व्यक्ति के परिवार के लिए गरीबी रेखा से ऊपर होने के लिए 2,465 डॉलर से मासिक आय अधिक होना जरूरी है.


घोर कट्टरपंथी परिवारों में वर्ष 2014 में गरीबी 54.3 प्रतिशत थी जो वर्ष 2015 में घटकर 48.7 प्रतिशत हुई है. देश की अरबी मूल के परिवारों में 2014 के 52.6 फीसदी से बढ़कर 2015 में 53.3 फीसदी हो गई है.