इजरायल और हिजबुल्लाह के बाद क्या गाजा में भी होगा सीजफायर का ऐलान, कितने दिनों का है शांतिविराम?
Israel-Hamas War: 7 अक्टूबर, 2023 को हमास की ओर से किए गए हमले में हजारों इजरायली नागरिकों की जान चली गई थी. इसके अलावा ढाई सौ से अधिक लोगों को अगवा भी किया गया था. जिसके बाद इजरायल ने हमला कर दिया.
Israel-Hezbollah War: इजरायल और लेबनान के मिलिटेंट ग्रुप हिजबुल्लाह के बीच बुधवार (27 नवंबर) की सुबह से सीजफायर प्रभावी हो गया है. यह युद्धविराम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) रिजॉल्यूशन के तहत लागू किया गया है. जिसकी अवधि सिर्फ 60 दिनों के लिए है. इस दौरान दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी ओर से शांति बनाने की कोशिश करेंगे लेकिन अब सवाल यह है कि जब यह युद्धविराम समाप्त होगा तो क्या मिडिल ईस्ट फिर से अशांत हो जाएगा.
7 अक्टूबर, 2023 को एक्सट्रीमिस्ट ग्रुप हमास की ओर से एक हमला किया गया था, जिसमें हजारों इजरायली नागरिकों की जान चली गई थी और ढाई सौ से अधिक लोगों का अपहरण कर लिया गया था. गाजा में इस ग्रुप की ऐसी हरकत देखने के बाद इजरायल ने भी हमास पर हमला कर दिया. जिसके बाद इस युद्ध में चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह भी शामिल हो गया, जो कि हमास की विचारधारा को सपोर्ट करता है.
जहां एक ओर हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच दो महीने का सीजफायर हुआ है, वहीं दूसरी ओर इजरायल और हमास के बीच अभी भी अनाधिकृत रूप से अभी भी जारी है.
UNSC की रिजॉल्यूशन के तहत युद्धविराम लागू
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के 1701 रिजॉल्यूशन के आधार पर युद्धविराम लागू हुआ है. यूएनएससी ये प्रस्ताव साल 2006 में लेकर आई थी, जिसका एकलौता उद्देश्य हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच तनाव को कम करना है. इसके अलावा ये बफर जोन में स्थाई सीजफायर की बात भी करता है.
दोनों के बीच अचानक क्यों हुआ सीजफायर
उल्लेखनीय है कि यूएनएससी का रिजॉल्यूशन अचानक से लागू नहीं हुआ, बल्कि इसके संकेत पहले से ही दिए जा रहे थे. कई बड़े देश इसके लिए काम कर रहे थे. इजरायल और हिजबुल्लाह के संघर्ष के दौरान लेबनान में हजारों लोगों की जानें जा चुकीं हैं और वहां विस्थापन की दर में भी बढ़ोत्तरी हुई थी. ऐसे में दुनिया के अन्य देशों पर लेबनानी विस्थापन का असर भी पड़ता. जिसकी वजह से अमेरिका समेत पूरा यूरोप युद्धविराम को लागू कराने में लग गया था.
सीजफायर के 60 दिनों में क्या-क्या होगा?
सीजफायर के प्रभावी होने के बाद हिजबुल्लाह लेबनान और इजरायल के बीच के बफर जोन से अपने लड़ाकों को हटा लेगा. वहीं, दूसरी ओर इजरायल भी लेबनानी बार्डर से हटेगा.
क्या गाजा में भी हो सकता है सीजफायर?
गाजा में सीजफायर को लेकर इजरायल ने साफ कर दिया है कि जब तक बिना शर्त के बंधकों को रिहा नहीं किया जाता, तब तक इजरायल हमला करता रहेगा. मिडिल ईस्ट के कई देशों के साथ कई बड़े देश भी मध्यस्थता की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन इजरायल और हमास दोनों ने हीं बिल्कुल लचीलापन नहीं दिखाया.
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