Israel-Hezbollah Ceasefire : इजरायल और लेबनान के चरमपंथी संगठन हिजबुल्लाह के बीच एक साल से अधिक समय तक चले युद्ध के बाद सीजफायर लागू हुआ है. दो पक्षों के बीच 27 नवंबर (बुधवार) को सीजफायर लागू हुआ. जिसे अब ईरान ने यहूदी देश की हार बताया है. ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कार्प्स (IRGC) के कमांडर हुसैन सलामी ने हिजबुल्लाह के प्रमुख नईम कासिम को संदेश भेजा है.


हुसैन सलामी ने संदेश में भविष्यवाणी करते हुए इजरायल की ओर से युद्धविराम को स्वीकार करने को यहूदी देश के लिए एक रणनीतिक हार बताया है और यह संकेत भी दिया है कि जल्द ही इजरायल देश खत्म हो जाएगा. हिज्बुल्लाह से जुड़े लेबनानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सलामी ने अपने संदेश में कहा कि इजरायल लेबनान में अपने सैन्य लक्ष्यों को हासिल करने में विफल रहा है.


बता दें कि इजरायल के साथ युद्ध के दौरान हिजबुल्लाह कहता रहा था कि जब तक गाजा पट्टी में इजरायली सेना अपने सैन्य अभियानों को रोक नहीं देती, तब तक हिजबुल्लाह भी इजरायल पर अपने हमले जारी रखेगा.


अमेरिका और फ्रांस की कोशिश से हुआ युद्धविराम


27 नवंबर (बुधवार) को अमेरिका और फ्रांस की कोशिशों की वजह से इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्धविराम लागू हुआ. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार (26 नवंबर) को कहा था कि इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच सीजफायर समझौते के बाद लेबनानी सेना एक बार फिर से अपने क्षेत्र पर कब्जा कर लेगी.


सीजफायर लागू होने से खुश नहीं है इजरायली


हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच सीजफायर लागू होने के बाद इजरायल में कई लोग खुश नहीं है. वहीं, हिजबुल्लाह के हमलों के कारण उत्तरी सीमा से विस्थापित हुए इजरायली नागरिक अपने घरों में वापस लौटने में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. लोग इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के पूर्ण विजय के वादे पर अब सवाल उठा रहे हैं.


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