Hezbollah Drone Attack Over Israel: इजरायल लगातार लेबनान में चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह के ठिकानों को ढूंढ-ढूंढकर मिटाने की कोशिश कर रहा है. इस दौरान उन्होंने कई कमांडर समेत हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को भी मार गिराया. इस वजह से ईरान समर्थित समूह भी काफी गुस्से में है. वो भी इजरायल को मुंह तोड़ जवाब देने के मूड में है. इस बीच हिजबुल्लाह ने रविवार (13 अक्टूबर 2024) को मिडिल इजरायल में स्थित बिन्यामिना के पास एक मिलिट्री बेस पर ड्रोन अटैक को अंजाम दिया है, जिसमें 4 IDF सैनिक और 67 लोगों के घायल होने का दावा किया जा रहा है.
हिजबुल्लाह ने इजरायल पर ऐसे समय पर हमला किया है, जब इजरायली सेना लेबनान में जमीनी आक्रमण कर रही है और लगातार अपने हमले को तेज कर रही है. वहीं 13 अक्टूबर को हुए हमले के बारे में इजरायली मीडिया ने जानकारी दी कि सेना के 7 सैनिक गंभीर रूप से घायल हैं. दुश्मन ने मिलिट्री बेस में मौजूद डाइनिंग हॉल को निशाना बनाया था. इसके अलावा जिस वक्त हमले को अंजाम दिया गया उस वक्त कोई भी सायरन नहीं बजा था, जिस वजह से लोगों को भागने का भी मौका नहीं मिला.
समुद्र के रास्ते से इजरायल में घुसे ड्रोन
ईरान समर्थित लेबनान स्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह ने ड्रोन अटैक की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उन्होंने गुरुवार को बेरुत पर इजरायली हमले का बदला लेने के लिए घटना को अंजाम दिया है, जिसमें 22 लोग मारे गए और 100 से अधिक घायल हो गए थे. इजरायली मीडिया के मुताबिक दो ड्रोन लॉन्च किए गए थे, जो समुद्र के रास्ते से इजरायली क्षेत्र में घुसे थे. हैरानी की बात ये है कि इसमे से एक को रोक दिया गया, लेकिन दूसरे को रोकने में असफल हो गया. हिजबुल्लाह द्वारा दागे गए दोनों ड्रोन मिरसाद थे, जिन्हें ईरान में अबाबील-टी के नाम के जाना जाता है. रडार पर एक ड्रोन को ट्रैक कर हाइफा के उत्तर में मार गिराया, लेकिन दूसरे ड्रोन का पीछा करने वक्त रडार से अचानक गायब हो गया. वहीं घटना के बाद से इजरायली सेना जांच में जुट गई है.
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