Israel Killed Nasrallah: इजरायली हमले में 27 सितंबर को मारे गए हिजबुल्लाह प्रमुख नसरल्लाह को शुक्रवार (04 अक्टूबर) को सीक्रेट जगह पर दफना दिया गया. ये कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि नसरल्लाह के जनाजे पर इजरायली हमले का खौफ था. ऐसे में नसरल्लाह को अस्थायी रूप से एक गुप्त स्थान पर दफनाया गया है.
न्यूज एजेंसी एएफपी ने हिजबुल्लाह से जुड़े एक सूत्र के हवाले से बताया कि नसरल्लाह को एक गुप्त जगह पर दफनाया गया है क्योंकि उन्हें डर है कि इजरायल इस बड़े अंतिम संस्कार को निशाना बना सकता है. सूत्र ने बताया कि सार्वजनिक अंतिम संस्कार करना असंभव था.
इजरायल के डर से नसरल्लाह को सीक्रेट तरीके से किया दफन
एएफपी के अनुसार लेबनानी आतंकवादी समूह के एक करीबी सूत्र के हवाले पता चला है कि ईरान समर्थित समूह ने कम लोगों की मौजूदगी वाले सीक्रेट जगह को इसलिए चुना गया, क्योंकि उन्हें डर था कि बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने पर इजरायल फिर से हमला कर सकता है. इजरायल इस समय लेबनान के कई इलाकों पर बमबारी कर रहा है, जिसमें बेरूत भी शामिल है. बेरूत पर 2006 के बाद पहली बार हमला हुआ है, जिसके कारण बेरूत और लेबनान का सड़क संपर्क टूट गया है.
लेबनान ने अमेरिका से मांगी थी गारंटी
शिया मुस्लिम रीति-रिवाजों में ऐसे अस्थायी दफन का प्रावधान है, जब परिस्थितियां उचित अंतिम संस्कार को रोकती हैं या मृतक को उस स्थान पर नहीं दफनाया जा सकता जहां वे चाहते हैं.
एएफपी की रिपोर्ट में एक लेबनानी अधिकारी के हवाले से नाम न बताने की शर्त पर कहा गया है कि हिजबुल्लाह ने लेबनान के शीर्ष अधिकारियों के माध्यम से संयुक्त राज्य अमेरिका से “गारंटी” मांगी थी, लेकिन वह इसे हासिल करने में विफल रहा कि इजरायल सार्वजनिक अंतिम संस्कार को निशाना नहीं बनाएगा.
नसरल्लाह की हत्या हुए एक सप्ताह हो गया है और अभी भी उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं है. नसरल्लाह के चचेरे भाई हाशेम सैफुद्दीन, जो हिजबुल्लाह का एक प्रमुख व्यक्ति है, उसे नसरल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में माना जा रहा है लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक आज लेबनान में हुए एक इजरायली हमले में उसकी मौत हो गई.