Israeli Defence Force Targets: इजरायली सेना ने दावा किया है कि उसने पिछले 4 दिनों में 2,000 से ज़्यादा सैन्य ठिकानों और 250 हिज्बुल्लाह लड़ाकों को खत्म कर दिया है. इसमें 5 बटालियन कमांडर, 10 कंपनी कमांडर और 6 प्लाटून कमांडर शामिल हैं. इजरायली वायु सेना भी दक्षिणी लेबनान में हमले कर रही है. 


दूसरी ओर इजरायल और ईरान के बीच भी तनातनी चल रही है. सोशल मीडिया पर कुछ दिन पहले के दर्जनों वीडियो हैं जिसमें ईरान की ओर से इजरायल पर सैंकड़ों रॉकेट दागे गए थे. ईरान के सुप्रीम लीडर ने शुक्रवार, 4 अक्टूबर को कहा, "दुश्मन के मंसूबे नाकाम होंगे, और हमें इरान से लेबनान तक मुस्लिम एकजुटता बनाए रखनी होगी. पूरी दुनिया के सभी मुस्लिमों को एकजुट रहना होगा और दुश्मन की चालों से सावधान रहना चाहिए. हर किसी से अपील की जाती है कि वे एकजुट रहें और अल्लाह के बताए हुए रास्ते से न हटें."






हिज्बुल्लाह चीफ से लेकर उसके वारिस तक का खात्मा?


इजरायल ने अपने हालिया अभियानों के तहत हिज्बुल्लाह के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाया है. इस अभियान में हिज्बुल्लाह के कद्दावर हसन नसरल्लाह की मौत हो गई थी. उसके बाद उसके ममेरे भाई हाशिम सफीद्दीन को भी इजरायल ने मार गिराया. इजरायल ने हिज्बुल्लाह के सभी टॉप कमांडर को मार गिराया है. पश्चिमी एशिया की मीडिया रिपोर्टर्स की माने तो अबू अली रिदा ही हिज्बुल्लाह के इकलौता सीनियर कमांडर है जो अब तक जिंदा है. इजरायल ने हिज्बुल्लाह के जिन कमांडर्स को मारा है उसकी फेहरिस्त लंबी है. 


हमास से 36 का आंकड़ा


इजरायल भले ही हिज्बुल्लाह और ईरान के साथ फिलहाल सक्रिय तौर पर आमने सामने की लड़ाई में उलझा है. लेकिन ये लड़ाई करीब साल भर पहले हमास की ओर से अचानक दागे रॉकेट हमलों की वजह से पनपा था. 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल के नहल ओज बेस पर अचानक हमला कर दिया था. सैकड़ों मिसाइलों ने आयरन डोम को विफल कर दिया और हमास के लड़ाके इजरायली सीमा में घुस आए थे. इस हमले में करीब 1,200 लोग मारे गए, जिनमें अधिकांश इजरायली थे. हमास ने 250 लोगों को बंधक बना लिया था, जिनमें कुछ अंतर्राष्ट्रीय नागरिक भी शामिल थे.


इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की योजना बनाई, हवाई हमले किए. लगभग एक महीने बाद, इजरायली सेना गाजा में उतरी और धीरे-धीरे हमास के नेटवर्क को खत्म किया. इस संघर्ष में बड़ी संख्या में नागरिक भी मारे गए. इसके बाद से दुनिया अब दो खेमों में बंट चुकी है. पश्चिमी देश इजरायल का समर्थन कर रहे हैं, जबकि चीन, रूस, और ईरान फिलिस्तीन के पक्ष में हैं.


कौन से 7 मोर्चें हैं, जो इजरायल के लिए बने सिरदर्द?


इजरायल जिस इलाके में पड़ता वह चारों ओर से अरब देशों से घिरा हुआ है. इसलिए इजरायल सिर्फ हमास, ईरान और हिज्बुल्लाह से ही नहीं बल्कि कई और मोर्चों पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर से लड़ रहा है. इजरायल के लिए यमन के हूती विद्रोही, इराक, वेस्ट बैंक, सीरिया, हमास, हिज्बुल्लाह और ईरान सिरदर्द बने हुए हैं. ये सारे देश और संगठन को इस इलाके में खुद को 'प्रतिरोध की धुरी' बताते हैं.


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