Fouad Shukar Death: लेबनान में इजरायल का दूसरा शिकार! 12 बच्चों की मौत का कातिल फउद शुकर भी हुआ ढेर
Fouad Shukar Death: इजरायल के हवाई हमले में हिजबुल्लाह का शीर्ष कमांडर फउद शुकर भी ढेर हो गया है. 24 घंटे के भीतर इजरायल ने अपने दो बड़े दुश्मनों को मार गिराया है.
Fouad Shukar Death: इजरायली एयर फोर्स की बमबारी में हिजबुल्लाह का शीर्ष कमांडर फउद शुकर ढेर हो गया है. इजरायल ने यह कार्रवाई लेबनान की राजधानी बेरूत में की. शुकर को हज मोहसिन के नाम से भी जाना जाता था. इजरायल ने अपने कब्जे वाले गोलान हाइट्स पर हुए मिसाइल हमले के लिए फउद शुकर को ही जिम्मेदार ठहराया था. इजरायल की सेना ने एक बयान में बताया कि, 'हमारे लड़ाकू विमानों ने बेरूत में आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के सबसे वरिष्ठ कमांडर फउद शुकर को ढेर कर दिया.' लेबनान के मध्य पूर्व इलाके में हिजबुल्लाह सबसे बड़ा शिया सैन्य समूह है.
इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने कहा कि, 'फउद शुकर मजदल शम्स हमले के लिए जिम्मेदार था.' दरअसल, 27 जुलाई की शाम को गोला हाइट्स में स्थित एक फुटबाल मैदान में ईरान के फलक-1 मिसाइल से हमले किए गए थे. हमले के दौरान मैदान में बच्चे खेल रहे थे. हिजबुल्लाह के इस हमले में 12 बच्चों की मौत हो गई थी. इस हमले को इजरायली सेना ने 7 अक्टूबर को हमास की तरफ से किए गए हमले के बाद का सबसे बड़ हमला बताया था. उस समय इजरायल के प्रधानमंत्री अमेरिका के दौरे पर थे. उन्होंने कसम खाई थी कि इस हमले का इजरायल बदला लेगा और हिजबुल्लाह को इसका अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए.
इजरायल ने कहा- फउद के हाथ खून से सने थे
इजरायली हमले में मारा गया फउद शुकर हिजबुल्लाह के जनरल सेक्रेटरी हसन नसरल्लाह का दाहिना हाथ माना जाता था. शुकर हमलों और ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए नसरल्लाह को सलाह देता था. डेनियल हगारी ने बताया कि फउद शुकर एक आतंकवादी था, इसके हाथ इजरायली नागरिकों और अन्य मासूमों के खून से सने थे. हमास और इजरायल युद्ध के बाद से फउद शुकर इजरायल पर हिजबुल्लाह के हमलों का नेतृत्व कर रहा था. शुकर हिजबुल्लाह के प्रसिद्ध कमांडर इमाद मुगनियाह का करीबी बताया जाता है. साल 2008 में मुगनियाह की मौत हो गई थी, तभी शुकर मुगनियाह का काम संभाल रहा था. साल 2016 में हिजबुल्लाह कमांडर मुस्तफा बदरुद्दीन की सीरिया में हुई मौत के बाद संगठन की जिम्मेदारी फउद शुकर को ही सौंपी गई थी.
फउद शुकर अमेरिकी सैनिकों पर किया था हमला
फउद शुकर के नेतृत्व में ही साल 1983 में हिजबुल्लाह ने बेरूत में अमेरिकी मरीन कॉर्प्स बैरक पर बमबारी की थी. इस में हमले में 241 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी और 128 सैनिक घायल हुए थे. यह बमबारी अमेरिकी सैनिकों पर हुए हमलों में सबसे बड़ी कार्रवाई थी. इस आतंकी पर संयुक्त राज्य अमेरिका ने 5 मिलियन डॉलर का इनाम रखा था. आईडीएफ के मुताबिक, 1990 के दशक में फउद शुकर ने इजरायल के तीन सैनिकों का अपहरण कर लिया था.
अमेरिका ने इजरायल का किया समर्थन
आतंकी गतिविधियों में बड़ी भागीदारी की वजह से अमेरिका ने साल 2019 में शुकर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया था. शुकर करीब 30 साल से हिजबुल्लाह में सेवा दे रहा था और यह संगठन का नंबर दो अधिकारी माना जाता था. अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने शुकर की मौत पर इजरायल का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि तेल अवीव को आतंकवादी संगठन से सुरक्षा का पूरा अधिकार है.
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