Israel Syria Dispute: इजराइल ने सीरिया के अलेप्पो हवाई अड्डे (Aleppo Airport) पर मिसाइल से एक बार फिर हमला (Israel Air Strike In Syria) कर दिया. इस हमले में हवाई अड्डे का रनवे क्षतिग्रस्त हो गया है. इस वजह से हवाई अड्डे पर सभी सेवाएं अब बंद कर दी गई हैं. यह जानकारी सीरियाई रक्षा मंत्रालय ने दी है.


इजराइल ने मिसाइल हमले को तटीय शहर लताकिया के पश्चिम में भूमध्य सागर से रात 8:16 बजे लॉन्च किया गया था. वहीं सीरियाई राज्य समाचार एजेंसी (सना) ने बताया कि सीरियाई वायु रक्षा ने इजरायल की कई मिसालों को मार गिराया.


एक हफ्ते में दूसरा हमला


बता दें कि एक हफ्ते से भी कम समय में यह दूसरा रिपोर्ट किया गया हमला था. सीरियाई राज्य मीडिया के अनुसार, 31 अगस्त को भी इजराइल ने हवाई अड्डे पर रॉकेट दागे थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेबनान में सहयोगियों को हथियार पहुंचाने के लिए तेहरान द्वारा हवाई आपूर्ति लाइनों के बढ़ते उपयोग को बाधित करने के लिए इजराइल ने सीरियाई हवाई अड्डों पर हमले तेज कर दिए हैं.


1 सितंबर को सीरिया के विदेश मंत्री फैसल मेकदाद ने चेतावनी दी थी कि इजराइल आग से खेल रहा है और अंतत: सीरिया पर उसके बार-बार होने वाले हमलों के लिए भुगतान करेगा. मेकदाद ने आधिकारिक विदेश मंत्रालय के ट्विटर अकाउंट पर कहा, इजरायल के बार-बार होने वाले हमलों के सामने सीरिया चुप नहीं रहेगा और इजरायल इसकी कीमत जल्द या बाद में चुकाएगा.


क्या है दोनों देश के बीच विवाद की वजह?


बता दें कि इजराइल और सीरिया के बीच विवाद काफी पुराना है. इसके पीछे की वजह गोलान हाइट्स इलाका है. यह गोलान पहाड़ी के नाम से भी मशहूर है. यह एरिया कभी सीरिया का था. 1967 में अरब देशों के साथ हुए युद्ध के बाद इजराइल ने इस जगह पर अपना कब्जा जमा लिया. मौजूदा समय में इजराइल इस जगह पर करीब 317 मिलियन डॉलर यानी करीब 23 अरपब 75 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर रहा है. इस जगह की वजह से ही दोनों देशों के बीच टकराहट है.


इसलिए महत्वपूर्ण है गोलान


गोलान के पीछे इजराइल का इतना फोकस इसलिए है, क्योंकि यहां से सीरिया की राजधानी दमिश्क महज 60 किलोमीटर ही दूर है. गोलान की ऊंची पहाड़ियों से दमिश्क को आराम से देखा जा सकता है. गोलान में फसल की पैदावार भी काफी अच्छी है.  


ये भी पढ़ें- Russia Ukraine War: टारगेट पूरा होने तक यूक्रेन में जारी रहेगा एक्शन, हमने कुछ नहीं खोया... पुतिन ने बता दिया युद्ध का भविष्य


ये भी पढ़ें- India-Japan Relation: टोक्यो में भारत-जापान 2+2 मंत्री स्तर की वार्ता आज, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर लेंगे हिस्सा