दोहा: कतर के मशहूर समाचार चैनल अलजजीरा के एक अधिकारी ने कहा कि संगठन इस्राइल स्थित अपने कार्यालय बंद करने के इस्राइल के फैसले की ‘निंदा’ करता है.
अधिकारी ने नाम सार्वजनिक ना करने की शर्त पर कहा, ‘‘अलजजीरा उस देश की इस कार्रवाई की निंदा करता है जिसे पश्चिम एशिया का अकेला लोकतांत्रिक देश कहा जाता है और उसकी कार्रवाई को खतरनाक मानता है.’’
उन्होंने आगे कहा कि ‘अलजजीरा इससे से सही कानूनी और न्यायिक तरीके से निपटेगा.’ बताते चलें कि कतर के से चलने वाले इस चैनल को इस्लाइल ने अपने देश में बंद करने का फैसला लिया है.
तनाव के बीच अल जजीरा को बैन करना चाहते हैं इस्राइल के पीएम
इस्राइल ने कहा कि देश की योजना इस यहूदी देश में अल जजीरा के कार्यालय बंद करने की है. दरअसल, प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इस चैनल पर लोगों को उकसाने का आरोप लगाया है. नेतन्याहू ने 27 जुलाई को कहा था कि पवित्र शहर यरूशलम में तनाव के बीच वह चाहते हैं कि अल जजीरा की सेवाएं बंद की जाए.
इस्राइल के संचार मंत्री अयूब कारा ने कहा, ‘‘अल जजीरा दाइश (आईएस), हमस, हिजबुल्ला और ईरान का मुख्य औजार बन गया है.’’ उन्होंने कतर आधारित मीडिया संस्थान पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है. नेतन्याहू ने यरूशलम के हरम अल शरीफ परिसर का जिक्र करते हुए एक फेसबुक पोस्ट में लिखा था, ‘‘अल जजीरा चैनल ने टेंपल माउंट के आसपास हिंसा भड़काना जारी रखा है.’’ बताते चलें कि है इस्राइल इस मीडिया संस्थान पर इस्राइल-फलस्तीन संघर्ष की कवरेज पक्षपातपूर्ण तरीके से करने का आरोप लगाता रहा है.