Protest In Israel: इजरायल में सरकारी न्यायिक सुधार योजनाओं के विरोध में लगातार 10वें सप्ताह को भी विरोध प्रदर्शन देखा गया. शनिवार (11 मार्च) को देशभर में हजारों इजरायलियों ने प्रदर्शन किया. इसको लेकर आलोचकों का मानना है कि ये लोकतंत्र के लिए खतरा है. ये प्रदर्शन ऐसे समय में हो रहा है जब प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कट्टर दक्षिणपंथी सरकार अगले सप्ताह अपने विधायी एजेंडे पर जोर देने की तैयारी कर रही है.


समाचार एजेंसी एफपी ने इजरायली मीडिया के अनुमान से बताया है कि तटीय शहर तेल अवीव में सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन देखा गया, जिसमें लगभग 1 लाख प्रदर्शनकारियों ने हिस्सा लिया. इनमें से बहुत से लोग नीला और सफेद रंग का इजरायली झंडा लहरा रहे थे. प्रदर्शन कर रहे एक बिजनेसमैन रैन शाहोर ने कहा, ”मैं इसलिए प्रदर्शन कर रहा हूं क्योंकि नई सरकार जो उपाय करना चाहती है वो इजरायल के लोकतंत्र के लिए वास्तविक खतरा है.”


पूरे इजरायल में विरोध प्रदर्शन


90 लाख से ज्यादा की आबादी वाले देश इजरायल के कई शहरों के साथ-साथ कस्बों में भी विरोध प्रदर्शन का नजारा देखने को मिला. इजरायल की मीडिया के मुताबिक, लगभग 50 हजार लोगों ने उत्तरी शहर हाइफा में और लगभग 10 हजार लोगों ने बेर्शेबा में विरोध प्रदर्शन किया. इसे अब तक का सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन कहा जा रहा है.


हालांकि, कई जगहों पर किसी बड़ी घटना के बिना ये विरोध प्रदर्शन टूट भी गया. पुलिस ने तेल अवीव शहर के रिंग रोड पर ट्रैफिक को बाधित कर रहे 3 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया. उधर, संसद की कानून समिति के अध्यक्ष सिम्चा रोटमैन ने मतदान से पहले रविवार से बुधवार तक सरकार के सुधारों के कुछ हिस्सों पर दैनिक सुनवाई निर्धारित की है. न्याय मंत्री यारिव लेविन ने कहा है कि 2 अप्रैल को संसद की छुट्टी होने से पहले गठबंधन की योजना सुधारों के प्रमुख तत्वों को पारित करने की है.


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