Iran Israel Relations: इजराइली सेना मौजूदा समय में हमास के लड़ाकों के खिलाफ गाजा पट्टी में आमने-सामने है. दोनों देशों के बीच पिछले काफी समय से युद्ध चल रहा है. इजराइली सैनिक चुन-चुनकर हमास के लड़ाकों को अपना निशाना बना रहे हैं. हाल ही में सीरिया की राजधानी दमिश्क में स्थित ईरानी वाणिज्यिक दूतावास को इजराइली सैनिकों की तरफ से टार्गेट किया गया है. जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तल्खी काफी बढ़ गई है. ईरान का कहना है कि वह जल्द ही हमले का जवाब देगा. जिसके बाद इजराइली सरकार भी हरकत में आ गई है. ईरान के साथ चल रहे तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार ने अपने सभी सैनिकों की छुट्टी रद्द कर दी है. 


इजरायली सेना आईडीएफ कहना है कि हमारे सैनिक पहले से ही युद्ध के मैदान में संघर्ष कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में आगामी संभावनाओं को देखते हुए अस्थायी रूप से लड़ाकू इकाइयों की छुट्टी रद्द कर दी गई है. फिलहाल हम पूरे मामले की गंभीरता से समीक्षा कर रहे हैं. 


मौजूदा समय में ईरान और इजराइल के बीच चल रहे बयानबाजी के बीच बात करें इजराइल के अपेक्षा ईरानी सेना कितनी मजबूत है, तो वो इस प्रकार है- 



  • 2023 में ईरान की कुल आबादी 8.67 करोड़ बताई गई थी. वहीं इजरायल की आबादी करीब 89.14 लाख है. मैनपावर के लिहाज से देखें तो भी ईरान, इजरायल से काफी आगे नजर आता है. ईरान के पास जहां 4.85 करोड़ मैनपावर है. वहीं इजरायल की मैनपावर क्षमता 37.44 लाख के करीब है. 

  • मौजूदा समय में इजरायल और ईरान के बीच युद्ध होता है तो ईरान तुंरत 4 करोड़ लोगों को सेना में भर्ती करने का दम रखता है. वहीं इजरायल के पास युद्ध में हिस्सा लेने लायक करीब 31.11 लाख लोग हैं.

  • ईरान के पास करीब 5.75 लाख लोगों की एक्टिव सेना है, जबकि इजरायल के पास मात्र 1.73 लाख लोगों की एक्टिव सेना है. दोनों सेनाओं के बीच करीब 4 लाख का भारी अंतर नजर आता है. 

  • वहीं बात करें दोनों देशों के रिजर्व फोर्स के बारे में तो यहां इजरायल, ईरान से आगे नजर आता है. इजरायल के पास करीब 4.65 लाख की रिजर्व फोर्स है. वहीं ईरान की 3.50 लाख है.

  • मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ईरान के पास पैरा मिलिट्री जवानों की संख्या 90 हजार के करीब है. वहीं इजरायल के पैरा मिलिट्री जवानों की संख्या महज 8000 है. 

  • रक्षा बजट के मामले में भी इजरायल, ईरान से काफी आगे नजर आता है. इजरायल का पिछला रक्षा बजट करीब 2430 करोड़ डॉलर्स का था. वहीं ईरान का 555 करोड़ डॉलर्स का.

  • हवाई ताकत में भी इजराइल का जलवा है. उसके पास 601 एयरक्राफ्ट्स, 241 फाइटर एयरक्राफ्ट, 32 डेडिकेटेड अटैक एयरक्राफ्ट, 15 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, 153 ट्रेनिंग देने वाले फाइटर जेट्स और स्पेशल मिशन के लिए 23 एयरक्राफ्ट हैं. वहीं ईरान के पास 541 एयरक्राफ्ट्स, 196 जेट्स, 23 डेडिकेटेड अटैक एयरक्राफ्ट, 86 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, 94 ट्रेनिंग फाइटर जेट्स और स्पेशल मिशन के लिए 9 हैं.

  • सर्वाधिक हेलिकॉप्टर के मामले में इजरायल और ईरान की सेना बराबरी पर है. दोनों सेनाओं के पास करीब 126-126 हेलिकॉप्टर हैं. इजरायल के पास अटैक करने वाले हेलिकॉप्टरों की संख्या 48 है, जबकि ईरान के पास महज 12. 

  • टैंक्स की बात करें तो इजराइल के पास 2200 से ज्यादा टैंक्स हैं. वहीं ईरान के सैन्य बेड़े में करीब 4071 टैंक्स हैं. इजराइल के पास 56,290 आर्मर्ड व्हीकल मौजूद हैं, जबकि ईरान के 69,685 बख्तरबंद वाहन हैं. 

  • दोनों देशों के नौ सेना की बात करें तो ईरान के पास कुल 101 फ्लीट है, जबकि इजरायल के बेड़े में 67 जहाज आते हैं. हैरान करने वाली बात यह है कि दोनों देशों की सेना के पास एक भी एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं है. इजरायल के पास जहां 5 पनडुब्बियां हैं. वहीं ईरान के पास 19 पनडुब्बियां हैं. 


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