Israel Palestine Conflict: इजरायल और हमास के बीच जंग 20वें दिन जारी है. इजरायल हमास के खिलाफ गाजा में व्यापक जमीनी अभियान की तैयारी कर रहा है. उधर इजरायली सेना ने कहा है कि उसने रातभर गाजा में छापे मारे हैं. जंग के चलते अब तक दोनों पक्षों से 8,400 से ज्यादा लोग जानें गंवा चुके हैं. हताहतों में बड़ी संख्या में बच्चों के शामिल होने के दावे भी किए जा रहे हैं. उधर अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया है कि आखिर हमास ने इजरायल पर क्यों हमला किया. आइये जानते हैं इस घटनाक्रम की बड़ी बातें.


उत्तर गाजा में टैंक का इस्तेमाल कर रातभर मारी रेड- IDF


बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने टैंकों का इस्तेमाल करते हुए उत्तरी गाजा में रातभर टारगेटेड रेड मारी. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इजरायल गाजा में हमास के ठिकानों को नेस्तनाबूत करने के लिए व्यापक जमीनी अभियान चला सकता है. हालांकि, इजरायल ने अभी जमीनी आक्रमण शुरू नहीं किया है लेकिन कहा है कि उत्तरी गाजा में रातभर की गई रेड उसकी लड़ाई के अगले चरण की तैयारी के लिए थी.


आईडीएफ के मुताबिक, घंटों तक चली छापेमारी में कई आतंकियों का सफाया किया गया और कोई इजरायली घायल नहीं हुआ. वहीं, इजरायल ने कहा है कि उसने एयरस्ट्राइक कर पिछले 24 घंटों में हमास के 250 ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें, सुरंगे और रॉकेट लॉन्चर शामिल थे.


अब तक कितने लोगों की मौत?


हमास की ओर से संचालित गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायली हमलों में बुधवार को 500 लोगों की जानें गईं, इस प्रकार जब से इजरायल ने एयरस्ट्राइक शुरू की हैं तब से 7,000 ज्यादा लोग मारे गए हैं. जान गंवाने वाले इजरायली हमलों में जान गंवाने वालों की कुल संख्या 7,028 बताई गई है. 


अलजजीरा ने अपनी रिपोर्ट में फिलिस्तीनी अधिकारियों के हवाले बताया है कि गाजा में जान गंवाने वालों करीब 3,000 बच्चे भी शामिल हैं. वहीं, इजरायल में हमास के हमलों में 1,400 से ज्यादा लोगों ने जानें गंवाई हैं जबकि 220 से ज्यादा लोग अब भी गाजा में बंधक हैं. इस बीच तुर्किए ने प्रतिक्रिया दी है.


तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने गाजा पर इजरायली हमलों को 'बर्बर' करार दिया है. उधर फिलिस्तीनियों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा है कि उसे बुधवार (25 अक्टूबर) ज्यादा ईंधन मिला, साथ ही चेताया कि पूरे गाजा में सप्लाई कम हो रही है. 


इजरायली हमलों में 50 बंधक मारे गए- हमास


अलजजीरा के मुताबिक, हमास की सैन्य शाखा कासिम ब्रिगेड ने अपने टेलीग्राम चैनल पर एक बयान में कहा है कि उसका अनुमान है कि इजरायली हमलों के चलते करीब 50 बंधक मारे गए हैं. दिन में इजरायली सेना ने दावा किया था कि हमास ने गाजा पट्टी में कम से कम 224 लोगों को बंधक बना रखा है.


हमास के प्रतिनिधिमंडल ने किया मॉस्को का दौरा


रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी आरआईए के मुताबिक, हमास का एक प्रतिनिधिमंडस मॉस्को का दौरा कर रहा है. एजेंसी ने फिलिस्तीनी प्रतिनिधिमंडल के एक सूत्र के हवाले कहा कि मॉस्को का दौरा करने वालों में हमास का सीनियर मेंबर अबू मरजूक भी शामिल था. रूस के मध्य पूर्व में सभी की प्लेयर्स के साख संबंध हैं, जिनमें इजरायल, ईरान, फिलिस्तीनी अथॉरिटी और हमास भी शामिल है.


जो बाइडेन बोले- इसलिए हमास ने किया था इजरायल पर हमला


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि उन्हें यकीन है कि इजरायल पर किया गया हमास का हमला 'भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे' की घोषणा के कारण था. भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे की घोषणा हाल में नई दिल्ली में संपन्न हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान की गई थी. इस गलियारे के मकसद पूरे क्षेत्र को रेलमार्ग के नेटवर्क से इंटीग्रेट करना है.


बाइडेन ने अमेरिका दौरे पर पहुंचे ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि एनालिसिस उनकी इंस्टिक्ट पर आधारित है और इसके लिए उनके पास कोई सबूत नहीं है.


क्या बोले जो बाइडेन?


अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, ''जब हमास ने हमला किया, मैं उन कारणों में से एक को लेकर आश्वस्त हूं और मेरे पास इसका कोई सबूत नहीं है, बस मेरी अंतरात्मा मुझे बताती है कि यह उस प्रोग्रेस के कारण था जो हम इजरायल की ओर और समग्र रूप से रीजनल इंटीग्रेशन (क्षेत्रीय एकीकरण) की दिशा में कर रहे थे.'' उन्होंने कहा, ''हम उस काम को पीछे नहीं छोड़ सकते.'' हफ्तेभर से भी कम समय में ऐसा दूसरी बार है जब अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने हमास के हमले की संभावित वजह के रूप में भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे का जिक्र किया है.


हमास के हमले की और वजहें क्या हैं?


फिलिस्तीनियों की आवाज उठाने का दावा करने वाला हमास 2007 से गाजा में शासन कर रहा है. हमास ने कसम खाई है कि वह इजरायल को खत्म कर देगा और उसकी जगह इस्लामिक राज्य बनाएगा. इजरायल के साथ हमास ने कई बार लड़ाई लड़ी है. उसने गाजा से इजरायल पर अब तक हजारों की संख्या में रॉकेट दागे हैं. दोनों पक्षों के बीच संघर्ष वर्षों पुराना है. दावा किया जाता है कि इजरायल के गठन के समय लाखों फिलिस्तीनियों को विस्थापित होना पड़ा था. तब से संघर्ष जारी है. इजरायल 2008 और 2014 में गाजा में जमीनी आक्रमण भी कर चुका है.


सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इजरायल ने 2007 में मिस्र के साथ मिलकर गाजा पट्टी की नाकेबंदी कर दी थी. हमास को इजरायल, अमेरिका, यूरोपियन यूनियन और ब्रिटेन के साथ-साथ अन्य देशों ने आतंकी संगठन घोषित किया है. ईरान हमास का समर्थन करता है और माना जाता है कि वह उसे धन, हथियार और ट्रेनिंग उपलब्ध कराता है.


बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, हो सकता है कि इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में रहने वाले फिलिस्तीनियों की खातिर हमास ने इजरायल पर हमला किया होगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि हमास आम फिलिस्तीनियो के बीच अपनी  लोकप्रियता में इजाफा करने के लिए अहम प्रोपेगेंडा जीत जीत हासिल करने की कोशिश कर रहा है. माना जाता है कि इजरायल से लोगों को बंधक बनाने के मकसद इजरायली जेलों में बंद करीब 4,500 फिलिस्तीनियों में से कुछ छुड़ाने के लिए इजरायल पर दबाव डालना हो सकता है.


हमास ने इजरायल पर कितने रॉकेट दागे?


न्यूज एजेंसी एपी की 24 अक्टूबर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेना ने बताया कि केवल दो हफ्ते में हमास ने इजरायल की ओर करीब 7,000 रॉकेट दागे, यह संख्या गाजा में हमास के काबिज होने के बाद लड़े गए चार युद्धों से  ज्यादा है. वेस्ट प्वाइंट के आंकड़ों के मुताबिक, 7 अक्टूबर को जब हमास ने इजरायल पर हमला किया था, अकेले उस दिन ही उसने कम से 2,000 रॉकेट लॉन्च किए थे. इजरायली अधिकारियों के मुताबिक, ज्यादातर रॉकेटों को इंटरसेप्ट (रोकना) कर लिया गया था लेकिन 11 लोगों की मौत हो गई थी. उन्होंने कहा कि तेल अवीव जैसी दूर की इमारतों को निशाना बनाया गया था. 


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