इजरायल-फिलिस्तीन: एक बार फिर दोनों देशों में मारे जा रहे लोग, गुटेरेस-बाइडेन ने जताई चिंता
Israel Palestine Conflict: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ यरुशलम में शूटिंग हमले के बारे में बातचीत की.
Israel Palestine Conflict: दुनियाभर के बड़े नेताओं ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर चिंता जताई है. साथ ही वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम में हिंसा को लेकर दोनों देशों से शांत रहते का आह्वान किया है. दरअसल, गुरुवार को इजरायल की सेना ने एक हमले के दौरान जेनिन शरणार्थी शिविर में नौ फिलिस्तीनियों को मौत के घाट उतार दिया.
इसके अलावा इसी दिन इजरायली सेना ने उत्तरी यरूशलेम के अल-राम शहर में एक और फिलिस्तीनी शख्स को गोली मार दी. वहीं, शुक्रवार को एक फिलिस्तीनी हमलावर ने पूर्वी यरुशलम में एक यहूदी पूजा घर के पास 7 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. जबकि, शनिवार को एक फिलिस्तीनी ने यरूशलेम के पुराने शहर के पास दो इजरायलियों को गोली मारकर घायल कर दिया.
आइए जानते हैं कि दुनिया के बड़े नेताओं ने इजरायल और फिलिस्तीनी के बीच चल रहे संघर्ष पर क्या कहा...
एंटोनियो गुटेरेस
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता के मुताबिक, "यरुशलम पूरा घर के बाहर आतंकवादी हमले में सात लोग मारे गए थे. यह घृणित हमला था क्योंकि यह पूजा स्थल पर हुआ है. संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में हिंसा को खत्म करने का आग्रह किया है." यूएन ने कहा कि यहां इजरायल की सेना की तरफ से अब तक के सबसे घातक हमलों में से एक था.
जो बाइडेन
व्हाइट हाउस के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ यरुशलम में शूटिंग हमले के बारे में बातचीत की है. हमले में सात इजरायली लोगों की जान चली गई. बाइडेन ने इस हमले को सभ्य दुनिया के खिलाफ बताया.
इमैनुएल मैक्रॉन
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने ट्वीट करके हमले की निंदा की और इसे घृणित बताया. उन्होंने कहा, "इस हिंसा को हर कीमत पर टाला जाना चाहिए." उन्होंने कहा कि उनकी संवेदनाएं पीड़ितों, उनके रिश्तेदारों और इस्राइली लोगों के साथ हैं.
बता दें कि मिडिल ईस्ट में यह संघर्ष कम से कम 100 सालों से चला आ रहा है. यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है. फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है. वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है.