Israel Hamas War: गाजा पट्टी को फिर से न कब्जाने की अमेरिका की चेतावनी पर इजरायल ने कही बड़ी बात, जानिए कितनी जमीन पर है कब्जा
Israel News: इजरायल की तरफ से गाजा पट्टी में लगातार होते हवाई हमलों में सबसे ज्यादा मौत आम लोगों की हो रही है. छोटे-छोटे बच्चे अनाथ हो रहे हैं. इस घटना को लेकर पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है.
Israel Hamas War and Biden Warning: इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध अब निर्णायक मोड़ की तरफ बढ़ता जा रहा है. एक तरफ दुनिया के कई मुस्लिम देश इजरायल के खिलाफ खड़े होते दिख रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उसे अभी तक बाहर से सपोर्ट कर रहे अमेरिका ने कुछ मामलों में अलर्ट किया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडने ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए इजरायल के गाजा पट्टी पर कब्जा करने को गलत ठहराया है. हालांकि इजरायल ने इसके बाद जवाब में कहा कि उसका मकसद गाजा पट्टी पर कब्जा करना नहीं है. वह सिर्फ हमास का पूरी तरह से खात्मा करना चाहता है.
क्या कहा था जो बाइडेन ने
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार (15 अक्टूबर) को एक इंटरव्यू में कहा कि “गाजा पट्टी पर कब्जा करने के लिए इजरायल का कोई भी कदम एक बड़ी गलती होगी. मेरे विचार में गाजा में जो हुआ, उसमें हमास का हाथ है और हमास पूरे फिलिस्तीनी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं. इसलिए इसकी सजा पूरे फिलिस्तीन को देना सही नहीं है.”
क्या है गाजा पट्टी का इतिहास और संघर्ष
दरअसल, गाजा पट्टी इजरायल के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है. इसकी चौड़ाई 6-10 किलोमीटर है, जबकि लंबाई 45 किलोमीटर है. इसके तीन ओर इजरायल का कंट्रोल है. दक्षिण में मिस्र है, जबकि पश्चिम की दिशा में भूमध्यसागर में इसकी जलीय सीमा इजरायल सरकार कंट्रोल करती है. गाजा पट्टी में रहने वाले फ़िलिस्तीनी कहलाते हैं. गाजा पट्टी के इतिहास की बात करें तो इसकी शुरुआत 1948 में इजरायल के बनने के साथ ही हुई. 1948 में जब इजरायल बन गया तो यहां बसे अरबों के लिए अर्मिस्टाइस रेखा बनाई गई, मिलकर यह तय किया गया कि ग़ाज़ा पट्टी में अरब, मुस्लिम रहेंगे, जबकि यहूदियों को इजरायल मे रहना होगा. 1948 से लेकर 1967 तक इस पर मिस्र ने अधिकार जमाए रखा, लेकिन जून 1967 में हुए युद्ध के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी पर अपना कब्जा जमा लिया.
यहां से बनने लगा हमास के लिए रास्ता
दिसंबर 1987 में गाजा के फिलिस्तिनियों के बीच दंगे शुरू हुए और देखते-देखते यह विद्रोह बन गया. 1994 में सबने मिलकर यह तय किया कि इस इलाके को चरणबद्ध तरीके से फिलीस्तीन अथारिटी (पीए) को स्थानांतरित किया जाएगा. इसके बाद वर्ष 2000 में फैसला हुआ कि इजरायली सैनिक यहां से हटेंगे और स्थानीय लोग बसाए जाएंगे. 2005 में इजरायल यहां से पूरी तरह से निकल गया और गाजा पट्टी का पूरा नियंत्रण फिलीस्तीन अथारिटी को मिल गया. 2007 में हमास की अगुवाई वाली पार्टी ने इस पर कब्जा कर लिया.
कितनी जमीन पर इजरायल का कब्जा
7 अक्टूबर को हमले के बाद इजरायल के पीएम ने गाजा पट्टी पर कब्जा करने और यहां से हमास को खत्म करने की कसम खाई थी. इसके बाद उसके सैनिकों ने यहां हमले तेज कर दिए. करीब 9 दिन के संघर्ष के बाद अब इजरायल की सेना गाजा पट्टी को चारों तरफ से घेर चुकी है. उसने हमास के सैकड़ों लड़ाकुओं को मार गिराया है. हालांकि इसमें हजारों बेगुनाह भी मारे गए हैं.
बात अगर गाजा पट्टी पर इजरायल के कब्जे की करें तो यहां फिलहाल वेस्ट बैंक हिस्से में इजरायल का कब्जा है. वेस्ट बैंक की सीमा पूर्वी यरुशलम से इज़राइल, मृत सागर (Dead Sea) और जॉर्डन तक जाती है. इज़राइल ने यहां के 140-वर्ग-मील (362-वर्ग-किलोमीटर) भूमि की पट्टी पर हवाई, भूमि और समुद्री नाकाबंदी लगा रखी है. यह नाकेबंदी मिस्र और भूमध्य सागर से भी लगती है. वैसे इस हिस्से के आसपास वाले इलाके में फतह पार्टी का शासन है. इसे फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (पीएलओ) का सबसे मजबूत गुट माना जाता है. यह गुट इजरायल के अस्तित्व के अधिकार को मानता है. युद्ध के बाद फिलहाल इजरायल की सेना पूरी तरह से गाजा-पट्टी में घुस चुकी है और उसका करीब 85 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा हो चुका है, लेकिन इजारयल इसे कब्जा नहीं बता रहा है. उसका कहना है कि फिलहाल उसकी सेना हमास के खात्मे के लिए वहां है. हमास को खत्म करके हम इलाका छोड़ देंगे.
Thank you President Biden for recognizing what Israel has been saying since the barbaric Hamas massacre occurred: Israel’s goal is the total elimination of Hamas’ terror capabilities https://t.co/rqRGDh5Onl
— Ambassador Gilad Erdan גלעד ארדן (@giladerdan1) October 16, 2023
बाइडेन के बयान पर क्या कहा इजरायल ने
सीएनएन से बातचीत में संयुक्त राष्ट्र में इज़रायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की चेतावनी का जवाब देते हुए कहा कि “इज़राइल की 2 मिलियन से अधिक फिलिस्तीनियों पर शासन करने में कोई दिलचस्पी नहीं है. हमारा मकसद हमास को खत्म करना है.” उन्होंने गाजा स्थित आतंकवादी समूह को नष्ट करने की इज़रायल की आवश्यकता को समझने के लिए बाइडेन को धन्यवाद कहा. उन्होंने कहा, "बर्बर हमास नरसंहार के बाद से इज़रायल जो कह रहा है उसे समझने के लिए राष्ट्रपति बाइडेन को धन्यवाद. इज़राइल का लक्ष्य हमास के आतंकवादी की पूरी तरह से सफाई है.
ये भी पढ़ें
आसमान से बरसती आफत, सिर छिपाने को मुल्क नहीं... कैसे इजरायल-हमास की जंग में पिस रहे गाजा के लोग?