Israel Hamas War: हमास ने बिछा रखा है मौत का जाल, गाजा पट्टी पर कब्जे के इजरायली मंसूबे की राह में हैं बड़ी चुनौतियां
Israel Hamas War: गाजा पट्टी की घनी आबादी का इलाका महज 6 किलोमीटर चौड़ा और करीब 45 किलोमीटर लंबा जरूर है लेकिन सुरंगों के नेटवर्क से भरा हुआ है जिनमें ऑपरेशन चुनौतीपूर्ण है.
Challenges In Gaza Strip For Israeli Defence Forces: मिडिल ईस्ट की कंट्री इजरायल पर फलस्तीन के चरमपंथी लड़ाकू संगठन हमास के हमले (7 अक्टूबर) के बाद पिछले 9 दिनों से भीषण जंग जारी है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के युद्ध की घोषणा के बाद से इजरायली डिफेंस फोर्सज ने जल, थल और आकाश के रास्ते गाजा पट्टी पर भीषण हमले जारी रखे हैं. हजारों मिसाइलें दागी गई हैं.
नेतन्याहू ने ऐलान कर दिया कि गाजा पट्टी पर पूरी तरह से कब्जा किया जाएगा. बहरहाल 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से आज तक (15 अक्टूबर) 9 दिन गुजर गए हैं, पर जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही.
गाजा पट्टी का इलाका बहुत छोटा, घनी आबादी के बीच हमलावरों को पनाह
दरअसल गाजा पट्टी भले ही छोटा एरिया है लेकिन इस पर कब्जा कर पाना दुनिया के सबसे हाईटेक हथियारों से लैस इजरायली फोर्स के लिए भी आसान नहीं है. इसकी वजह है कि महज 6 किलोमीटर चौड़ा और करीब 45 किलोमीटर लंबाई के दायरे के इस छोटे इलाके में हमास ने कदम-कदम पर मौत का जाल बिछा रखा है.
रिपोर्ट्स की मानें तो इजरायली डिफेंस फोर्स गाजा पट्टी के जिस क्षेत्र पर कब्जा करने पर आमादा है वहां 11 लाख फलस्तीनी लोग रहते हैं. इनमें हमास के 30 हजार लड़ाके शामिल हैं, जो मरने-मारने को आमादा हैं. दूसरी ओर इजरायल ने अपने तीन लाख रिजर्व सैनिकों को सोमवार से सेना में शामिल कर गाजा पर फाइनल हमले की योजना बनाई है.
दोनों के बीच सैनिकों की संख्या का बड़ा अंतर इजरायल के पक्ष में जरूर जाता है, लेकिन गाजा पट्टी पर इस हमले के बाद दुनिया भर से इजरायल पर दबाव का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा.
सुरंगों का नेटवर्क है गाजा पट्टी
इसके अलावा इजरायल में घुसकर हमला करने वाले हमास को इजरायली डिफेंस फोर्सज की ताकत का अंदाजा और जवाबी हमले का अंदेशा बखूबी था. इसलिए पहले से बचाव की तैयारी कर रखी है. पूरे गाजा पट्टी में सुरंगों का एक जाल फैला हुआ है, जिनमें छिपकर हमास के लड़ाके इजरायली बमबारी से बच रहे हैं. इधर इजरायली सेना अगर टैंकों और अन्य वाहनों के साथ गाजा पट्टी में दाखिल होती है, तो इन्हीं सुरंगों से हमास के लड़ाके हमलावर भी होंगे, जिनके अंदर घुसकर उन्हें मार पाना एक बड़ी चुनौती होगी.
रिपोर्ट्स की मानें तो कई सुरंगे 70 मीटर तक गहरी हैं. इसके अलावा गाजा का पूरा क्षेत्र दुनिया का सबसे घनी आबादी वाला इलाका है, जिनमें बड़ी संख्या में नागरिक हैं. इन्हीं के बीच छिप कर रह रहे हमास के लड़ाकों को इजरायली फोर्स के मुकाबलो घात लगाकर हमला करने में अधिक मदद मिलेगी.
गाजा पट्टी फतह करना नहीं आसान
हालांकि इजरायल ने यहां रहने वाले लोगों को गाजा पट्टी छोड़कर जाने को कहा है लेकिन इतनी भारी संख्या में लोगों के दूसरे देशों में इतनी जल्दी प्रवेश कर पाना आसान नहीं है. इस बीच अगर इजरायली सेना गाजा पट्टी में घुसकर हमास के लड़ाकों पर सीधे हमला करती है, तो इसमें बड़ी संख्या में कॉलेटरल डैमेज होगा, जिससे दुनिया भर से दबाव झेलना पड़ सकता है.
साथ ही सुरंगों के जाल के बीच हमास के लड़ाकों ने गोले बारूद और अन्य घातक हथियार भी छुपा रखे होंगे जो इजरायली फोर्स के खिलाफ छुपकर इस्तेमाल कर सकते हैं. इसलिए गाजा पट्टी फतह की इजरायल की महत्वाकांक्षी योजना को अंजाम दे पाना बहुत आसान नहीं है.
इजरायली सेना ने पूरे गाजा पट्टी को घेरा
आपको बता दें कि इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने दावा किया है कि उसने है गाजा पट्टी के पूरे इलाक़े को चारों तरफ से ब्लॉक कर दिया है और हमास के नेटवर्क को पूरी तरह से नेस्तनाबूद करने के लिए ऑपरेशन की तैयारी में है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सैन्य अधिकारियों और कर्मियों से मुलाक़ात कर उनका हौसला बढ़ाते हुए हुए कहा है कि वे अगले ऑपरेशन के लिए तैयार रहें.