सीरिया में अमेरिकी हमले से दिये गये मजबूत संदेश का इजराइल ने किया समर्थन
नई दिल्ली: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज कहा कि वह पड़ोसी देश सीरिया में संदिग्ध रासायनिक हमले के जवाब में अमेरिका की ओर से किये गए हमले से दिये गये ‘‘कड़े और स्पष्ट संदेश’’ का समर्थन करते हैं.
इजराइल सेना ने कहा कि सीरियाई हवाई ठिकाने पर किये गए इस भीषण क्रूज मिसाइल हमले के बारे में उसे पहले से सूचित कर दिया गया था. यह हमला बीते 6 वर्षों के गृहयुद्ध के दौरान सीरिया के खिलाफ पहली अमेरिकी कार्रवाई है.
नेतन्याहू कार्यालय की ओर जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘कथनी और करनी दोनों के माध्यम से, राष्ट्रपति ट्रंप ने आज एक कड़ा और स्पष्ट संदेश दिया है कि रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल और प्रसार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’’ बयान में कहा गया, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप के फैसले का इजराइल पूरी तरह से समर्थन करता है और उम्मीद करता है कि असद शासन के भयावह कृत्यों के खिलाफ दिया गया यह संदेश ना सिर्फ दमिश्क बल्कि तेहरान, प्योंगयांग और इस तरह के किसी अन्य स्थानों पर भी प्रभावी होगा.’’
ट्रंप ने कहा कि शायरत हवाई ठिकाने पर पूर्वी भूमध्यसागर में एक युद्धपोत से 59 टॉमहाक मिसाइलों से किया गया हमला दमिश्क शासन की ओर से पश्चिमोत्तर सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले नगर पर ‘‘भयावह’’ रासायनिक हमले का जवाब है.