Israel strikes Yemen: इजरायली सेना ने शनिवार (20 जुलाई) को कहा कि पिछले दिन तेल अवीव में विद्रोही समूह द्वारा किए गए घातक ड्रोन हमले के बाद उसने पश्चिमी यमन में कई हूतियों के ठिकानों पर हमला किया. अक्टूबर में इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से यमन की धरती पर यह इजराइल का पहला हमला था. इजराइल ने हूतियों के खिलाफ नया मोर्चा खोलने की धमकी दी थी. 


इजरायली सेना ने कहा कि उसने हूतियों के गढ़, पश्चिमी बंदरगाह के शहर होदैदा में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है.उन्होंने कहा कि उनका यह हमला हाल के महीनों में इजरायल के खिलाफ सैकड़ों हमलों के जवाब में था.


इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने जारी किया बयान 


इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने अपने बयान में कहा, 'हूतियों ने हम पर 200 से अधिक बार हमला किया है. यह पहली बार था, जब उन्होंने किसी इजरायली नागरिक को नुकसान पहुंचाया. इसी वजह से हमने उन पर हमला किया. अगर हमें जरूरत हुई तो इसे हम फिर करेंगे. 


इजराइल की सेना ने कहा कि उसने अकेले ही स्ट्राइक की है और उसने अपने सहयोगियों को इस बारे में बता दिया था.इजरायली रक्षा बल के एक अधिकारी ने यह नहीं बताया कि उन्होंने कितनी साइटों को अपना निशाना बनाया है. जानकारी के अनुसार, सेना ने बंदरगाह के मेन एंट्री पॉइंट को निशाना बनाया है, यहां से ईरानी हथियार आते हैं. 


हूतियों की तरफ से भी जारी किया बयान 


हूतियों के प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुस्सलाम ने सोशल मीडिया पर कहा, 'इजरायल के द्वारा उसके नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया गया है. उन्होंने ईंधन भंडारण की जगह को और प्रांत के बिजली स्टेशन को निशाना बनाया है. इस क्रूर इजराइली हमले का मकसद लोगों की पीड़ा को बढ़ाना और यमन पर गाजा का समर्थन बंद करने के लिए दबाव डालना था.' यमन में हूती विद्रोहियों द्वारा नियंत्रित एक मीडिया आउटलेट, अल-मसीरा टीवी ने कहा कि इस हमलों के कारण कई लोगों की मौतें हुई हैं जबकि कई गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. 


ये भी पढ़ें: सांसदों का जुटान इत्तेफाक नहीं शक्ति प्रदर्शन! क्या महाविकास अघाडी में अब समाजवादी पार्टी भी हिस्सेदार