Syria Civil War: इजरायल ने सीरिया में मचाई तबाही, 48 घंटों में किए 350 हमले, 80 फीसदी हथियार बर्बाद, जानें ऑपरेशन बशान एरो की फुल स्टोरी
Syria Civil War: इजरायली सेना ने बताया कि सीरिया हमलों का मुख्य उद्देश्य सीरिया के राजनीतिक हथियारों के भंडार को निशाना बनाना था. इस दौरान इजरायली नेवी ने अल बायदा और लताकिया बंदरगाहों पर हमला किया.
Syria Civil War: इजरायल ने सीरिया के बशर अल असद शासन के समय बनाए गए सैन्य बुनियादी ढांचों को निशाना बनाते हुए उन्हें नष्ट कर दिया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकवादी संगठन अल कायदा से जुड़े समूह एचटीएस के सत्ता पर कब्जा करने के बाद इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने इन सैन्य ठिकानों पर हमले किए.
आईडीएफ ने मंगलवार को जानकारी दी कि यह कार्रवाई "ऑपरेशन बशान एरो" के तहत की गई, जो 48 घंटे तक चली. इस ऑपरेशन में असद शासन के दौर की लगभग 80% सैन्य क्षमताओं को तबाह कर दिया गया. यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, असद शासन के पतन के बाद से इजरायल ने अब तक सीरिया में 350 से अधिक हमले किए हैं.
⭕ In 48 hours, the IDF struck most of the strategic weapons stockpiles in Syria to prevent them from falling into the hands of terrorist elements. 𝗛𝗲𝗿𝗲’𝘀 𝘁𝗵𝗲 𝗯𝗿𝗲𝗮𝗸𝗱𝗼𝘄𝗻:
— Israel Defense Forces (@IDF) December 10, 2024
⚓ Naval Operations: Israeli Navy missile ships struck 2 Syrian Navy facilities… pic.twitter.com/6N1fz7BiMF
हथियारों को बनाया गया निशाना
इजरायली सेना ने बताया कि सीरिया हमलों का मुख्य उद्देश्य सीरिया के राजनीतिक हथियारों के भंडार को निशाना बनाना था. इस दौरान इजरायली नेवी ने अल बायदा और लताकिया बंदरगाहों पर हमला किया, जहां सीरियाई नौसेना के 15 जहाज मौजूद थे. वहीं सीरिया की विमान-रोधी बैटरियां, हवाई अड्डे, और हथियार निर्माण केंद्रों को भी तबाह किया गया. इन हमलों में क्रूज मिसाइल, सतह से सतह और सतह से समुद्र में मार करने वाली मिसाइल, लड़ाकू विमान, टैंक और हेलीकॉप्टर भी शामिल हैं.
दुश्मनों के हाथों हथियार पहुंचने से रोकने की कोशिश
इजरायली मीडिया के अनुसार, हिजबुल्लाह द्वारा सीरियाई हथियार हासिल करने की कोशिशों को देखते हुए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी हथियार दुश्मनों के हाथ न लगे. इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को लिखे पत्र में इन हमलों को 'सीमित और अस्थायी' बताया है, जिसका उद्देश्य तत्काल सुरक्षा खतरों का समाधान करना है.
गोलान हाइट्स की सुरक्षा प्राथमिकता
इजरायल का कहना है कि इन हमलों का मुख्य उद्देश्य सीरिया सीमा पर नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. गोलान हाइट्स क्षेत्र में बढ़ते खतरों को देखते हुए इस तरह की कार्रवाई को जरूरी बताया गया है.
दमिश्क और दक्षिणी सीरिया में प्रमुख ठिकाने निशाने पर
आईडीएफ ने कहा कि अधिकतर हमले दक्षिणी सीरिया और दमिश्क के आसपास किए गए. इन हमलों में खासतौर पर एयर डिफेंस सिस्टम,सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें,पूर्वोत्तर सीरिया के कमिशली हवाई अड्डा,होम्स के ग्रामीण क्षेत्र में शिनशर बेस, और दमिश्क के दक्षिण-पश्चिम में अकरबा हवाई अड्डा शामिल हैं.
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