इजरायली हमले से दहल उठा सीरिया! 12 साल बाद किया ऐसा एयर स्ट्राइक कि आ गया तेज भूकंप
Israel Syria war: सीरिया के तटीय और सैन्य क्षेत्रों पर इजरायल के इन हमलों ने मध्य पूर्व में तनाव और अस्थिरता को अधिक गहरा कर दिया है.
Israel Syria war: इजरायल ने उत्तरी पश्चिमी सीरिया के टार्टस शहर पर अब तक के सबसे बड़े हवाई हमले किए. इस हमले के कारण पूरे इलाके में भूकंप जैसे झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3 मापी गई. जोरदार धमाके से मशरूम के आकार का आग का गोला उठा, जिससे इलाके में भारी तबाही हुई. यह हमला उस क्षेत्र में हुआ जहां रूस की नौसेना का बेस मौजूद है, जो इस घटना को और भी संवेदनशील बनाता है.
ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, इजरायली सेना ने सीरियाई सेना के हथियार और विस्फोटक गोदामों को निशाना बनाया. इजरायल के हमलों में सतह से सतह तक मार करने वाली मिसाइलों के भंडार और एयर डिफेंस यूनिट को तबाह कर दिया गया. इस क्षेत्र में वर्ष 2012 के बाद यह सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. इजरायल का यह हमला सीरियाई तटीय इलाकों तक सीमित नहीं रहा. रिपोर्ट्स के अनुसार, दमिश्क, होम्स, डेरा, सुवेदा और कलामौन पहाड़ों में बने हथियार डिपो पर भी हमला किया गया.
❗️🇮🇱⚔️🇸🇾 - Israel has conducted airstrikes near Tartus in northwestern Syria, targeting munitions depots along the coast.
— 🔥🗞The Informant (@theinformant_x) December 15, 2024
The strikes caused significant secondary explosions, indicating a large volume of stored armaments.
These attacks are part of Israel's ongoing efforts to… pic.twitter.com/6wKIg9IJhz
30 मिनट तक जारी रहे धमाके
हमले के दौरान करीब 30 मिनट तक जोरदार धमाकों की आवाजें गूंजती रहीं. इजरायली युद्धक विमानों ने तटीय क्षेत्रों के अलावा दीर अल-जौर के सैन्य हवाई अड्डे और दमिश्क के ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई ठिकानों पर बमबारी की. इससे पहले रविवार को इजरायली सेना ने हामा हवाई अड्डे और आसपास के गोदामों को भी निशाना बनाया.
संयुक्त राष्ट्र बफर जोन का उल्लंघन
इजरायली सैनिकों ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा निगरानी किए जा रहे बफर जोन में प्रवेश किया, जो गोलान हाइट्स पर इजरायली और सीरियाई बलों को अलग करता है. संयुक्त राष्ट्र ने इस कार्रवाई को 1974 के युद्धविराम समझौते का उल्लंघन बताया.
एचटीएस की चेतावनी और सीरिया की प्रतिक्रिया
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता अहमद अल-शरा ने इजरायल की आलोचना की. उन्होंने कहा कि इजरायल अब इन हमलों को उचित नहीं ठहरा सकता. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि सीरिया फिलहाल किसी नए संघर्ष में फंसना नहीं चाहता.
सीरिया में अस्थिरता का दौर जारी
इजरायल ने अब तक सीरिया में 300 से अधिक हमले किए हैं. ये हमले सीरिया की सैन्य क्षमताओं को कमजोर करने के उद्देश्य से किए गए हैं, खासतौर पर तब से जब बशर अल-असद के नेतृत्व में रूस ने दखल दिया. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस पूरे घटनाक्रम में ईरान को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि इजरायल ईरान के प्रभाव को खत्म करने के लिए हर संभव कदम उठाएगा.
ये भी पढ़ें: India-Bangladesh: हिंदुत्व के खिलाफ बांग्लादेश प्रोफेसर का जहरीला बयान, कहा- 'पाकिस्तान और हमारा एक ही दुश्मन'