गाजा सिटी: इजरायल के हवाई हमले में बुधवार की सुबह गाजा पट्टी में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और तीन दर्जन से ज्यादा सदस्यों वाले परिवार का एक बड़ा घर तबाह हो गया. सेना ने बताया कि हमास शासित क्षेत्र से लगातार रॉकेट हमले के बीच उसने दक्षिण में उग्रवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया.
हमले में 40 सदस्यों वाले अल-अस्तल परिवार का घर तबाह हो गया. निवासियों ने बताया कि हवाई हमले से पांच मिनट पहले दक्षिणी शहर खान यूनुस के भवन पर चेतावनी स्वरूप मिसाइल दागी गई, जिससे परिवार का हर सदस्य वहां से भागने में सफल रहा.
यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर अहमद अल अस्तल ने हवाई हमले से पहले खौफ के माहौल का वर्णन करते हुए कहा कि महिलाएं, बच्चे और पुरुष भवन से बाहर भागते नजर आए. कुछ महिलाएं अपना सिर भी नहीं ढक पाईं. उन्होंने कहा, 'हम सड़कों पर आए ही थे कि बमबारी शुरू हो गई. वे सिर्फ विनाश कर रहे हैं, बच्चे सड़कों पर रो रहे हैं. यह हो रहा है और कोई भी हमारी मदद के लिए नहीं है. अब भगवान ही हमारी रक्षा करेंगे.'
सुरंग नेटवर्क को निशाना
इजरायल की सेना ने कहा कि उसने खान यूनुस और राफा में आतंकवादियों के सुरंग नेटवर्क को निशाना बनाया और 25 मिनट में 52 विमानों ने 40 ठिकानों पर बमबारी की. गाजा के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमलों में एक महिला की मौत हो गई और आठ लोग जख्मी हो गए.
हमास के अल-अक्सा रेडियो ने बताया कि गाजा सिटी में हवाई हमले में उसके एक संवाददाता की मौत हो गई. शिफा अस्पताल के चिकित्सकों ने कहा कि बुधवार की सुबह लाए गए पांच शवों में संवाददाता का शव भी था. इनमें दो लोगों की मौत चेतावनी वाली मिसाइल के उनके अपार्टमेंट से टकराने के कारण हुई.
ये हमले तब हुए हैं जब संघर्ष विराम के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज हुए हैं. फिलिस्तीनी क्षेत्र गाजा पर इस्लामिक आतंकवादी समूह हमास का शासन है, जहां पिछले 14 वर्षों से घेराबंदी के कारण वहां के ढांचे पहले ही काफी कमजोर हो चुके हैं.
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि बाइडन प्रशासन इजरायल को गाजा पर बमबारी रोकने के लिए निजी तौर पर आग्रह कर रहा है. मिस्र के वार्ताकार भी लड़ाई रोकने के लिए काम कर रहे हैं लेकिन उन्हें खास प्रगति हासिल नहीं हुई है.
शांति बहाल होने की उम्मीद
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल को उम्मीद है कि जल्द शांति बहाल होगी लेकिन उन्होंने हमला और तेज होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया. उन्होंने विदेशी राजदूतों से कहा, 'आप या तो उन्हें जीत सकते हैं या उन्हें रोक सकते हैं. हम फिलहाल उन्हें रोकने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन मुझे कहना है कि हम किसी भी चीज से इनकार नहीं कर सकते हैं.'
इस बीच सेना के अधिकारियों ने बताया कि लड़ाई के पहले दिन एक रहस्यमयी विस्फोट में फिलिस्तीनी के एक परिवार के आठ सदस्य मारे गए थे. उन्होंने कहा कि गाजा की तरफ से दागे गए रॉकेट के गलत फायर होने के कारण यह घटना हुई थी. सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कोनरीकस ने कहा, 'यह इजरायली हमला नहीं था.'
अल-अक्सा मस्जिद परिसर में दस मई को इजरायल की पुलिस के जरिए कठोरतापूर्ण कार्रवाई के खिलाफ फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में यरूशलम की तरफ हमास द्वारा जब लंबी दूरी वाले रॉकेट दागे गए उसके बाद दोनों पक्षों के बीच लड़ाई शुरू हुई.
कई लोगों की गई जान
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, हवाई हमलों में कम से कम 219 फलस्तीनी नागरिक मारे गए हैं, जिनमें 63 बच्चे और 36 महिलाएं शामिल हैं. हमले में 1530 व्यक्ति घायल हुए हैं. हमास और इस्लामिक जेहाद का कहना है कि उनके 20 लड़ाके मारे गए हैं जबकि इजरायल का कहना है कि यह संख्या कम से कम 130 है.
रॉकेट हमलों में इजरायल के 12 लोगों की मौत हुई है, जिनमें पांच वर्ष का एक लड़का भी शामिल है. इजरायल की सेना ने बताया कि वह हमास आतंकवादियों के ठिकानों पर हवाई हमले कर रही है जबकि फिलिस्तीन के आतंकवादियों ने इजरायल पर 3700 से अधिक रॉकेट दागे हैं. इजरायल ने कहा कि उसकी हवाई सुरक्षा प्रणाली ने 90 फीसदी रॉकेट नष्ट कर दिए.
गाजा की 20 लाख आबादी को दवाओं, ईंधन और पानी की आपूर्ति कम पड़ती जा रही है और हमास के जरिए 2007 में वहां सत्ता पर काबिज होने के बाद से इजरायल एवं मिस्र ने इलाके की नाकाबंदी की हुई है. करीब 47 हजार फिलिस्तीनी नागरिक अपना घर-बार छोड़कर फरार हो गए हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि इजरायली हमले में कम से कम18 अस्पताल और क्लीनिक क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और आधे से अधिक आवश्यक दवाओं की कमी हो गई है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायली हवाई हमले के बाद उसने कोरोना वायरस के टीके बचाकर किसी और क्लीनिक पर स्थानांतरित कर दिए हैं. हमले में क्षेत्र में एक मात्र जांच सुविधा वाला केंद्र क्षतिग्रस्त हो गया.