Israel Attack on Houthis: इजरायली वायु सेना ने यमन में हूती विद्रोही आतंकवादी समूह के सैन्य ठिकानों पर हमले किए हैं. इजरायल ने ये हमले लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर निशाना बनाने के ठीक बाद की है. ये हमले यमन के रस इस्सा और होदेइदाह इलाकों में किए गए. इजरायली सेना ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, "आज बड़े पैमाने पर हुए हवाई अभियानों में वायुसेना के दर्जनों लड़ाकू विमानों ने हूती विद्रोहियों के सैन्य ठिकानों पर हमला किया."



इजरायली सेना ने कहा कि आईडीएफ ने तेल आयात के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बंदरगाह और पावर प्लांट पर हमला किया है. इसके अलावा सेना का दावा है कि उसने उन बंदरगाहों और बुनियादी ढाचों पर हमले किए हैं, जिनका इस्तेमाल ईरानी हथियारों को ले जाने के लिए किया जा रहा था.


क्या बोले इजरायली रक्षा मंत्री?


इजरायली रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर लिखा, "मैंने इजरायली वायुसेना के कमांड और नियंत्रण केंद्र का दौरा किया जहां मैंने आज हूती आतंकवादी संगठन के खिलाफ किए गए हमले का परख की. हमारा पैगाम साफ है  कि हमारे लिए कोई भी जगह बहुत दूर नहीं है."







कहां-कहां हुए हमले?


इजरायली सेना ने जिन ठिकानों पर हमला किया उनमें बिजली संयंत्र और एक बंदरगाह शामिल थे. इनका इस्तेमाल हूती विद्रोहियों द्वारा क्षेत्र में ईरानी हथियारों के ट्रांसफर के लिए किया जाता था. इसके अलावा, इन ठिकानों पर सैन्य आपूर्ति और तेल भी रखा जाता था.


इजरायली सेना ने कहा, "पिछले एक साल में हूती ईरान के निर्देश और वित्त पोषण के तहत काम कर रहे हैं और इराकी मिलिशिया के साथ मिलकर इजरायल पर हमला करने, क्षेत्रीय स्थिरता को कमजोर करने और वैश्विक नौवहन स्वतंत्रता को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं. इजरायली रक्षा बल (IDF) दृढ़ संकल्प के साथ यह सुनिश्चित करेगा कि वह अपने नागरिकों को हर खतरे से बचाने के लिए किसी भी दूरी पर हर संभव कार्रवाई करेगा."






लेबनान में हो रहे हमलों में अब तक क्या है मालूम?


लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि सिडोन शहर के पास ऐन अल-डेलब इलाके में इजरायली हवाई हमले में 24 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 29 लोग घायल हुए हैं. इजरायल ने कहा है कि यह हमला हिजबुल्लाह के ठिकानों पर किया गया था. इसी बीच, अमेरिका ने कहा है कि वह किसी भी समय अपनी सेना को तैनात करने के लिए तैयार है. अमेरिका ने इस बात पर जोर दिया कि वह ईरान या उसके समर्थक गुटों को स्थिति का फायदा उठाने या संघर्ष को और बढ़ाने से रोकने के लिए प्रतिबद्ध है.


लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी एनएनए के मुताबिक, 23 सितंबर से अब तक 36,000 से अधिक सीरियाई और 41,300 लेबनानी लोग सीमा पार कर सीरिया जा चुके हैं. ये आंकड़े लेबनान के एक मंत्री की रिपोर्ट पर आधारित हैं.


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