Israel-Hamas war: हमास से युद्ध में सफलता को लेकर संदेह में इजरायली कमांडर्स, रिपोर्ट में दावा
Israel-Hamas war: हमास के साथ युद्ध में इजरायल को उम्मीद से कम सफलता मिली है. इजरायली रक्षा बल (IDF) के कुछ कमांडरों के अनुसार इजरायली बंधकों को मुक्त कराने और हमास को खत्म करने की सोचना असंगत है.
Israel-Hamas war: फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह द्वारा इजरायल पर किए गए रॉकेट हमले के बाद इजराइल और हमास करीब 100 दिनों से गाजा में युद्ध कर रहे हैं. फिलीस्तीनी हमले के बाद इजरायल ने सैन्य प्रतिक्रिया देना शुरू किया, जिसके परिणाम स्वरूप अब तक लगभग 24,000 फिलिस्तीनी लोगों की जान चली गई.
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल की सीमित सफलता ने सैन्य अधिकारियों के बीच संदेह पैदा करना शुरू कर दिया है. इजराइल रक्षा बल (IDF) के कुछ अधिकारियों का मानना है कि बंधकों को मुक्त करने और हमास को खत्म करने के दोहरे उद्देश्य अब परस्पर असंगत हैं.
IDF ने गाजा पट्टी के छोटे से हिस्से पर कब्जा किया- रिपोर्ट
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि दोनों देशों के बीच चल रहे संघर्ष की शुरुआत से ही इजरायली युद्ध योजनाओं पर नजर थी. वर्तमान में IDF ने गाजा पट्टी के एक छोटे से हिस्से पर कब्जा किया है, जो कि इजरायल के प्रारंभिक योजना में चिन्हित किए गए क्षेत्रों से कम है.
उम्मीद से धीमी इस प्रगति ने कुछ आईडीएफ कमांडरों को यह विश्वास करने के लिए मजबूर कर दिया है कि गाजा से 100 से अधिक इजरायली बंधकों की आजादी सैन्य उपायों के बजाय केवल राजनयिक तरीकों से हासिल की जा सकती है.
बंधको की जान जाने का खतरा-कमांडर्स
नाम न छापने की शर्त पर बोलते हुए, आईडीएफ के चार वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने द न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि बंधकों को मुक्त कराने और हमास को नष्ट करने के दोहरे उद्देश्य अब परस्पर असंगत हैं. कमांडरों का मानना है कि हमास को पूरी तरह से खत्म करने के प्रयास में 7 अक्टूबर, 2023 से गाजा में बंदी बनाए गए इजरायलियों की जान जा सकती है.
रिपोर्ट में कहा गया है, "कमांडरों ने कहा कि गाजा के लिए युद्ध के बाद की योजना के बारे में प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का गोलमोल बयान- कुछ हद तक युद्ध के मैदान पर सेना की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार था." वहीं न्यूयॉर्क टाइम्स ने यह भी कहा कि जब इन कमांडरों की टिप्पणी पर इजरायली सेना से पूछा गया तो, उन्होंने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया.
युद्ध के बाद 17 लाख लोग विस्थापित हुए- रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी (UNRWA) के अनुसार, दक्षिणी इजरायल में हमास आतंकवादियों द्वारा किए गए घातक हमले के बाद गाजा पट्टी में इजरायली हमले ने 17 लाख से अधिक लोगों को विस्थापित कर दिया है. इतनी संख्या गाजा की लगभग 75% आबादी है.
दूसरी ओर, इजरायल के भी 1,400 से अधिक लोग मारे गए, लेकिन गाजा पट्टी पर इजरायल ने हमला जारी रखा है क्योंकि 100 से अधिक इजरायली बंधक अभी भी हमास आतंकवादियों के पास हैं.
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