Israel Hamas War: इजरायल ने जंग के मैदान में हर्मीस 900 ड्रोन को तैनात कर दिया है. ये ड्रोन काफी खतरनाक माना जाता है. कई देशों की सेना इस ड्रोन को काफी कारगर मानती है. इजरायल में इसे कोचाव या स्टार नाम से भी जाना जाता है. ये तीस हजार फीट से टारगेट को तबाह कर सकता है. इसकी क्षमता की वजह से इसकी काफी मांग हो रही है. हर्मीस 900 ड्रोन एक बार में 30 घंटों तक लगातार उड़ान भर सकता है. इसकी कीमत करीब 65 मिलियन यूरो है.


ब्रितानी अखबार 'द सन' की रिपोर्ट के मुताबिक, हर्मीस 900 ड्रोन का निशाना इतना सटीक है कि ये कार में बैठे ड्राइवर को 30 हजार फीट की ऊंचाई से मार सकती है और कार के पिछले सीट पर बैठे पैसेंजर को एक खरोंच भी नहीं आएगी.


हर्मीस-900 की क्या है खासियत?


हर्मीस ड्रोन में कई अलग-अलग हथियार, हाई-डेफिनिशन ऑप्टिकल सेंसर, हवाई निगरानी कैमरे और टारगेट को चुनने के लिए लेजर मार्कर लगे हुए हैं. इसे इजरायल के पल्माचिम एयरबेस से कंट्रोल किया जाता है. कंट्रोल करने के लिए दो पायलट एक कमांड बेस में तैनात होते हैं. टेलीग्राफ अखबार से बात करते हुए एक पायलट ने कहा, 'हम एक लड़ाकू जेट के लगभग सौवें हिस्से के पेलोड के साथ छोटे लेजर बमों का इस्तेमाल करते हैं.' पायलट ने बताया, 'हमें पता है कि ड्रोन के किस बम को कब और कहां गिराना है.'


भारत ने रखी थी खरीद की डिमांड


भारत ने भी इजरायल से हर्मीस-900 ड्रोन की डिमांड रखी है. इसके सेना में आने से भारत की हवाई सीमा पहले से ज्यादा सुरक्षित हो जाएगी. हालांकि जंग के हालातों के बीच ये ड्रोन भारत कब आएगा इसकी जानकारी नहीं है. भारत इसकी कितनी यूनिट खरीदेगा इसकी जानकारी अभी साफ नहीं है.


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