Iran Israel Crisis: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आवास पर शनिवार (19 अक्टूबर) को कैसरिया में ड्रोन हमला किया गया. अच्छी बात रही कि हमले के समय प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनका परिवार वहां मौजूद नहीं था. इजरायली खुफिया और आईडीएफ का मानना ​​है कि इस हमले के पीछे लेबनान स्थित हिजबुल्लाह का हाथ है.


हमले के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "ईरान के जिन एजेंटों (हिज्बुल्लाह) ने आज मेरी और मेरी पत्नी की हत्या करने की कोशिश की, उन्होंने एक बहुत बड़ी गलती की है. इससे दुश्मनों के खिलाफ जारी लड़ाई नहीं रुकेगी."


"आतंकवादियों का सफाया करना रखेंगे जारी" 


बेंजामिन नेतन्याहू ने आगे कहा, "मैं ईरानियों और उनके सहयोगियों से कहता हूं कि, जो कोई भी इजरायल राज्य के नागरिकों को नुकसान पहुंचाएगा, उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. हम आतंकवादियों का सफाया करना जारी रखेंगे और गाजा से अपने बंधकों को वापस लाएंगे. इसके अलावा उत्तर में अपने लोगों को वापस लेकर आएंगे. हम निर्धारित सभी युद्ध लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे और हम क्षेत्र में पीढ़ियों के लिए सुरक्षा वास्तविकता को बदल देंगे. हम एक साथ लड़ेंगे,और भगवान की मदद से-हम एक साथ जीतेंगे.




"इजरायल को युद्ध जीतने से कोई नहीं रोक सकता"


इजरायली मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हमला हाइफा के सीजेरिया इलाके में किया गया था. इजरायली सेना (IDF) ने बताया कि लेबनान की तरफ से लॉन्च किया गया ड्रोन सीधे इमारत से जा टकराया. हालांकि, इसमें किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. ड्रोन हमले के कुछ ही घंटों बाद, प्रधानमंत्री नेतन्याहू एक वीडियो में दिखाई दिए,जिसमें उन्होंने कहा कि कोई भी चीज इजरायल को युद्ध जीतने से नहीं रोक सकता.   


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