Israel-Lebanon: इजरायल हिजबुल्लाह को लेकर आर-पार के मुड में है. प्रधानमंत्री बेंजामिन ने मंगलवार (08 अक्टूबर) को एक वीडियो मैसेज के जरिए लेबनान को सख्त लहजे में वॉर्निंग देते हुए कहा कि अगर वह अपनी सीमाओं के भीतर हिजबुल्लाह को काम करने की अनुमति देता है तो देश का हाल भी गाजा जैसा हो सकता है.


दरअसल, प्रधानमंत्री बेंजामिन का यह बयान तब आया जब इजरायली सेना ने लेबनान के दक्षिणी तट पर हिजबुल्लाह के खिलाफ अपना आक्रमण तेज कर दिया, अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया और नागरिकों को क्षेत्र खाली करने की सलाह दी.


बेंजामिन नेतन्याहू की ललकार!


लेबनानी लोगों को सीधे वीडियो संबोधन में नेतन्याहू ने उनसे अपने देश को हिजबुल्लाह के चंगुल से मुक्त करने का आग्रह किया ताकि आगे और विनाश से बचा जा सके. उन्होंने कहा, "आपके पास लेबनान को बचाने का अवसर है, इससे पहले कि यह एक लंबे युद्ध की खाई में गिर जाए, जो गाजा के जैसी तबाही और पीड़ा का कारण बनेगा."


वीडियो में आगे कहा कि जब तक हिजबुल्लाह से निपटा नहीं जाता, लेबनान को गाजा जैसा ही भाग्य झेलने का जोखिम है, जिसने चल रहे संघर्ष के कारण व्यापक तबाही देखी है. नेतन्याहू ने कहा, "मैं आपसे, लेबनान के लोगों से कहता हूं: अपने देश को हिजबुल्लाह से मुक्त करें ताकि यह युद्ध समाप्त हो सके."




हिजबुल्लाह ने किया जवाबी हमला


इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष तब और बढ़ गया जब समूह ने इजरायली पोर्ट शहर हाइफ़ा पर रॉकेट दागने की ज़िम्मेदारी ली. यह हमला तब हुआ जब इजरायली सेना ने बताया कि 85 प्रोजेक्टाइल लेबनान से इजरायल की सीमा पार कर गए हैं. हिजबुल्लाह ने धमकी दी है कि अगर इज़रायली हमले लेबनान के आबादी वाले इलाकों पर जारी रहे तो वह इज़रायली शहरों और कस्बों पर गोलीबारी जारी रखेगा.


बता दें कि या संघर्ष 7 अक्टूबर, 2023 से जारी है, जब हमास ने इजरायल पर एक भयंकर हमला किया था, जिसमें एक हज़ार से लोग नागरिक मारे गए थे, तब से, हमास के एक प्रमुख सहयोगी हिज़्बुल्लाह ने इजरायली सेना के साथ छिटपुट गोलीबारी की है. इस बीच, इजरायल ने अपनी उत्तरी सीमा को सुरक्षित रखने और अपने नागरिकों को हिज़्बुल्लाह के रॉकेट हमलों से बचाने की कसम खाई है.


हिजबुल्लाह का नेतृत्व संकट में


बेरूत पर हवाई हमले में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद हाल के हफ्तों में हिजबुल्लाह के नेतृत्व को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है. नसरल्लाह 1992 से हिजबुल्लाह का नेतृत्व कर रहा था और उसे लेबनान में सबसे शक्तिशाली लोगों में से एक माना जाता था.


नसरल्लाह के मौत ने हिजबुल्लाह  समूह को एक बड़ा झटका दिया, लेकिन इजरायली हमले यहीं नहीं रुके.अक्टूबर में, इजरायल ने बेरूत में एक और बमबारी शुरू किया, जिसमें हिजबुल्लाह के एक बड़े नेता हाशेम सफीद्दीन को निशाना बनाया गया, जिसे नसरल्लाह का उत्तराधिकारी माना जाता है. जबकि हिजबुल्लाह ने सफीद्दीन की मौत की पुष्टि नहीं की है, नेतन्याहू ने अपने वीडियो संबोधन में संकेत दिया कि नसरल्लाह और सफीद्दीन दोनों मारे गए हैं.


'हमने हजारों आतंकवादियों को मार गिराया'


नेतन्याहू ने अपने संबोधन में कहा कि इजरायल ने "हिजबुल्लाह की एबिलिटी को कमजोर कर दिया है; हमने हजारों आतंकवादियों को मार गिराया है, जिनमें लंबे समय से हिजबुल्लाह के नेता  रहे हसन नसरल्लाह, और नसरल्लाह के कई रिप्लेसमेंट शामिल हैं". व


हीं, आईडीएफ के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा, "हमने बेरूत में हिजबुल्लाह के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हमला किया. यह इंटेलिजेंस विभाग के प्रमुख अबू अब्दुल्ला मोर्तदा का हेडक्वार्टर है. उनके साथ, हम जानते हैं कि हाशेम सफीदीन वहां थे. इस हमले की अभी भी जांच की जा रही है, हिजबुल्लाह छिपाने की कोशिश कर रहा है। जब हमें पता चलेगा, तो हम जनता को अपडेट करेंगे."


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