इजरायल पुलिस ने की पूर्व PM नेतन्याहू के बेटे सहित कई लोगों की जासूसी, पेगासस स्पाइवेयर के जरिए हैक किए फोन
इजरायल के एक अखबार ने यह खुलासा किया है. इस खुलासे के बाद पुलिस कमिश्नर कोबी शबताई ने सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री ओमर बारलेव से आरोपों की जांच के लिए एक आयोग गठित करने के लिए कहा है.
यरुशलम: इजरायली पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के बेटे, कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों सहित दर्जनों प्रमुख लोगों का कथित तौर पर फोन हैक किया. पुलिस ने इसके पेगासस स्पाइवेयर (Pegasus spyware) का इस्तेमाल किया. एक इजरायली अखबार ने सोमवार यह जानकारी दी.
यह विस्फोटक रहस्योद्घाटन बिजनेस डेली कैलकालिस्ट (Calcalist) ने किया. जिसने पहले बताया था कि पुलिस ने नेतन्याहू विरोधी आंदोलन के नेताओं के खिलाफ बिना अदालत के परमिशन पेगासस का इस्तेमाल किया था.
पुलिस कमिश्नर कोबी शबताई ने कहा कि "हाल के प्रकाशनों के बाद" उन्होंने सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री ओमर बारलेव से आरोपों की जांच के लिए "एक न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक बाहरी और स्वतंत्र जांच आयोग" स्थापित करने के लिए कहा है. शबताई ने एक बयान में कहा, "जहां तक आयोग को अनियमितताएं और विफलताएं मिलेंगे, उनसे कानून के मुताबिक निपटा जाएगा."
पेगासस (Pegasus) एक मालवेयर प्रोडक्ट (malware product) है जो इजरायली फर्म एनएसओ ने बनाया है . पेगासस एक ऐसा प्रोग्राम है जिसे अगर किसी स्मार्टफ़ोन में डाल दिया जाए, तो कोई हैकर उस स्मार्टफोन के माइक्रोफ़ोन, कैमरा, ऑडियो और टेक्सट मेसेज, ईमेल और लोकेशन तक की जानकारी हासिल कर सकता है.
कैलकालिस्ट ने खुलासे में क्या कहा?
‘कैलकालिस्ट’ ने हाल में कई रिपोर्ट सिलसिलेवार रूप से प्रकाशित कर आरोप लगाया है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों और अन्य इजराइली नागरिकों को निशाना बनाने के लिए अत्याधुनिक स्पाईवेयर का इस्तेमाल किया, जिसके चलते इस कदम की निंदा की गई और विभिन्न राजनीतिक दलों ने जांच की मांग की.
हाल के दिनों में, इजराइली मीडिया ने यह खबर प्रकाशित की थी कि स्पाईवेयर का इस्तेमाल नेतन्याहू के विरुद्ध भ्रष्टाचार के मुकदमे में एक अहम गवाह के खिलाफ किया गया है. कैलकालिस्ट ने कहा कि इसका इस्तेमाल नेतन्याहू के बेटे एवनर, दो संचार सलाहकारों और मामले में एक अन्य प्रतिवादी की पत्नी के खिलाफ किया गया.
खबर में कहा गया है कि वे लोग उन कई प्रमुख हस्तियों में शामिल हैं, जिन्हें स्पाईवेयर के जरिए निशाना बनाया गया. उनमें प्रमुख कारोबारी, कैबिनेट मंत्रालयों के पूर्व निदेशक, मेयर और प्रदर्शन के आयोजक शामिल थे.
यह भी पढ़ें: