Israeli-Palestinian Conflict: इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक इलाके में इजराइली सैनिकों ने शनिवार (8 अक्टूबर) मिलिट्री रेड को अंजाम दिया है. इस रेड के दौरान इजराइली सैनिकों ने जेनिन शरणार्थी शिविर (Jenin Refugee Camp) पर हमला किया और दो फिलिस्तीनियों की गोली मारकर हत्या कर दी. इस हालिया हमले में 11 लोग भी घायल हुए हैं. फिलिस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि साल 2022 लगभग एक दशक में हिंसा का सबसे खतरनाक साल रहा है. 


सुबह सवेरे बोला हमला


फिलिस्तीनी अधिकारियों के मुताबिक इजराइली सैनिकों ने शनिवार तड़के जेनिन शरणार्थी शिविर पर हमला बोला. यहां सैनिकों ने एक घर को घेर लिया. सोशल मीडिया पर इस हमले का जो वीडियो आया है उसमें इजराइली सैनिकों की ताबड़तोड़ गोलीबारी करते हुए देखा जा सकता है. वफ़ा समाचार एजेंसी (Wafa News Agency) के मुताबिक फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय (Palestinian Ministry Of Health) ने शनिवार को पीड़ितों की पहचान कर ली है. मरने वाले दोनों फलीस्तीनी 17 साल के युवा हैं. उनकी पहचान अहमद मोहम्मद दारगमेह (Ahmad Mohammad Daraghmeh) और महमूद अस-सूस (Mahmoud as-Sous) के तौर की गई है.


मंत्रालय ने कहा की इस नए इजराइली हमले में कम से कम 11 अन्य घायल हो गए, जिनमें से तीन गंभीर रूप से घायल हैं. इज़राइल ने हाल के महीनों में इस कैंप पर कई हमले किए है. वफ़ा के मुताबिक शनिवार को घायल लोगों में एक शख्स और उसकी बेटी भी शामिल थे. ये दोनों शिविर में अपने घर के सामने खड़े थे. इस दौरान इजरायली सेना का एक वाहन इनके ऊपर चढ़ गया.


दरअसल ये कैंप फ़िलिस्तीनी के इजराइल विद्रोही सेनानियों के गढ़ के तौर पर जाना जाता है. इस्लामिक जिहाद (Islamic Jihad) ने एक बयान में कहा, "कब्जे वाले इलाकों में इजराइल जितने अधिक अपराधों को अंजाम देगा, प्रतिरोध उतना ही तेज होगा." हाल के महीनों में इन विद्रोहियों ने इसराइल की सड़कों में घातक हमलों को अंजाम दिया है.


 10 साल में सबसे घातक वर्ष


अल जज़ीरा (Al Jazeera) की निदा इब्राहिम के मुताबिक जेनिन तनाव का केंद्र रहा है. इब्राहिम ने बताया, "हम इस साल की शुरुआत में इजराइल हमलों में मारे गए 114 से अधिक फिलिस्तीनियों के बारे में बात कर रहे हैं जो कब्जे वाले वेस्ट बैंक में मारे गए हैं, और उनमें से एक तिहाई जेनिन में मारे गए हैं." उन्होंने कहा, "हम इजराइल की रेड के दौरान हवाई ताकत का इस्तेमाल करते हुए भी देख रहे हैं." 


यह कुछ ऐसा है जिसे हमने 2000 की शुरुआत में दूसरे फिलिस्तीनी इंतिफदा (Intifada) के बाद से नहीं देखा है. इंतिफदा वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में इजराइल के कब्जे के खिलाफ फिलिस्तीनियों के सशस्त्र विद्रोह को कहा जाता है. साल 2022 को 7 साल के बाद से वेस्ट बैंक में इजराइली हमलों का सबसे खतरनाक साल माना जा रहा है. 


फिलिस्तीनी  स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, वेस्ट बैंक में अलग-अलग घटनाओं में इजराइली बलों ने दो फिलिस्तीनी किशोरों की गोली मारकर हत्या करने के एक दिन बाद शनिवार के हमले को अंजाम दिया है. एक फिलीस्तीनी उत्तरी वेस्ट बैंक के कल्किल्या में मारा गया, जबकि दूसरा रामल्लाह (Ramallah) शहर के पास मारा गया.  फ़िलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को हुई इन मौतों को इजराइल की मौत की सजा करार दिया है. 


इजराइली सेना (Israeli Forces) ने एक शख्स को गिरफ्तार करने और जेनिन में गोलीबारी की जानकारी के अलावा कुछ अधिक नहीं बताया. इजराइली सेना ने कहा कि उसके सैनिकों ने एक संदेहास्पद व्यक्ति पर गोलीबारी की, जिसने कल्किल्या में सैनिकों पर मोलोटोव कॉकटेल (Molotov Cocktails) फेंके और रामल्लाह के बाहर हिंसक दंगों का जवाब दिया. 


अमन की बात नाकामयाब


इजराइली सेना उत्तरी वेस्ट बैंक में खास तौर पर  जेनिन और नब्लस (Nablus) में छापेमारी कर फिलिस्तीनियों (Palestinians) को मार रही है. नतीजन यहां फिलिस्तीनी सशस्त्र प्रतिरोध अधिक संगठित हो रहा है और सेनानियों के नए समूह बनाए गए हैं. मई में फिलीस्तीनी अमेरिकी पत्रकार शिरीन अबू अकले  (Shireen Abu Akleh) की जेनिन में एक इजराइली छापेमारी को कवर करने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 


संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल वेस्ट बैंक में कम से कम 20 नाबालिग फिलिस्तीनी मारे गए हैं. साल 1967 के मध्य पूर्व युद्ध (Middle East War) में इज़राइल ने वेस्ट बैंक, गाजा और पूर्वी यरूशलम (Jerusalem) पर कब्जा कर लिया. ये एक ऐसा कदम था जिसे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने कभी मान्यता नहीं दी.


वेस्ट बैंक, गाजा और पूर्वी यरूशलम के इन इलाकों को फ़िलिस्तीनी अपने भविष्य के देश के तौर पर देखते हैं. इन तीन इलाकों में एक फिलिस्तीनी देश बनाने के मकसद से साल 2014 में यूएस-ब्रोकर शांति वार्ता भी नाकामयाब रही थी. इसके बाद दोबारा अमन की इस तरह की पहल का कोई निशां नहीं दिखा.


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