UN Blame Israel For Attack: संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार (24 मार्च) को बताया कि पिछले सप्ताह गाजा में उसके भवनों पर हमला "इजरायली टैंक" के कारण हुआ, जिसमें एक बुल्गेरियाई कर्मचारी की मौत हो गई और छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. हालांकि, इजरायली सरकार ने इस दावे को खारिज किया है और प्रारंभिक जांच में इजरायली सैन्य गतिविधि से किसी भी संबंध का खंडन किया है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक के अनुसार 19 मार्च को डेर अल बलाह में संयुक्त राष्ट्र के परिसर पर यह हमला इजरायली टैंक की मदद से किया गया था. इस हमले में संयुक्त राष्ट्र परियोजना सेवाओं के एक बुल्गेरियाई कर्मचारी की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए. यह हमला तब हुआ जब इजरायल ने हमास के खिलाफ संघर्ष में अपनी तीव्र बमबारी को फिर से शुरू किया, जो जनवरी में हुए युद्धविराम के बाद से अब तक की सबसे घातक लहर थी. दुजारिक ने कहा, "इस संयुक्त राष्ट्र परिसर का स्थान संघर्ष में शामिल सभी पक्षों को अच्छी तरह से पता था." उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.
इजरायली सरकार का खंडन
इस मामले में इजरायली विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओरेन मार्मोरस्टीन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि इजरायल ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है, लेकिन प्रारंभिक जांच में इजरायली सैन्य गतिविधियों और इस घटना के बीच किसी भी प्रकार का संबंध नहीं पाया गया. इजरायली सरकार ने इस दावे को स्पष्ट रूप से खारिज किया है कि हमला इजरायली टैंक द्वारा किया गया था.
गाजा में संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों की संख्या कम
बढ़ते हमलों और असुरक्षा के माहौल के बीच, संयुक्त राष्ट्र ने फिलिस्तीनी क्षेत्र में अपने अंतरराष्ट्रीय कर्मचारियों की संख्या को अस्थायी रूप से कम करने का कठिन निर्णय लिया है. हालांकि, स्टीफन दुजारिक ने जोर देकर कहा कि "संयुक्त राष्ट्र गाजा को नहीं छोड़ रहा है." उन्होंने कहा कि महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने "पीड़ा को समाप्त करने के लिए युद्धविराम की बहाली" के अपने आह्वान को दोहराया है.
गाजा में हिंसा की बढ़ती लहर
गाजा में पिछले कुछ हफ्तों से हो रहे हमलों के कारण वहां की स्थिति गंभीर हो गई है. इजरायल और हमास के बीच जारी इस संघर्ष में निर्दोष नागरिकों के साथ-साथ मानवाधिकार संगठनों और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को भी गंभीर नुकसान हुआ है. इस ताजा घटना ने इस संघर्ष को और भी जटिल बना दिया है, और गाजा में जारी हिंसा पर वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है.