Israel Airstrike on Syria : इजरायल का सीरिया में हवाई अभियान लगातार जारी है. रविवार (8 दिसंबर) से शुरू हुआ इजरायली विमानों का अभियान सोमवार (9 दिसंबर) को भी जारी रहा. दो सीरियाई सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि इजरायली एयर फोर्स की विमानों ने सीरिया के कम से कम तीन प्रमुख सैन्य ठिकानों पर बमबारी की है. इजरायल के हवाई हमले के अभियान में दर्जन हेलीकॉप्टर और फाइटर जेट शामिल हैं.
इजरायल का ये हवाई अभियान सीरिया में असद शासन के पतन के बाद सबसे बड़ा हवाई हमला है. इजरायल ने इन दो दिनों ने 250 से ज्यादा एयरस्ट्राइक की है. जिसमें सीरिया के हथियार भंडारों को प्रमुखता से निशाना बनाया गया है. इजरायल के इन हमलों के पीछे इजरायल के डर को बताया जा रहा है. दरअसल, इजरायल को डर है कि सीरिया में असद शासन के खतरनाक हथियार कहीं विद्रोहियों के हाथ न लग जाए.
हवा के साथ-साथ जमीन से भी इजरायल कर रहा हमला
इजरायली मीडिया आउटलेट टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि हमलों में पूर्वोत्तर सीरिया में कमिशली एयरपोर्ट, होम्स के ग्रामीण इलाकों में शिनशर अड्डा और दमिश्क के दक्षिण पश्चिम में अकरबा एयरपोर्ट को निशाना बनाया गया. इजरायल सीरिया में अपने वायु सेना के साथ-साथ जमीन से इजरायली टैंक के जरिए भी सीरियाई सीमा में घुसे हैं.
इजरायल के हमलों में क्या-क्या हुआ तबाह?
इजरायली वायु सेना ने रविवार (8 दिसंबर) को सीरिया में एयरस्ट्राइक की थी. जिसमें एडवांस मिसाइल भंडार सुविधा, वायु रक्षा प्रणाली, हथियार उत्पादन सुविधा और केमिकल हथियारों के भंडारों के निशाना बना था. जिसमें असद शासन की सेना के विमान, हेलीकॉप्टर और कई टैंक नष्ट हो गए.
सीरियाई वायु सेना हो सकती है खत्म
रविवार और सोमवार को इजरायल ने सीरियाई सैन्य ढांचे पर 250 से अधिक एयरस्ट्राइक किए हैं. इजरायली आउटलेट वाईनेट की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी अधिकारियों का मानना है कि अगर सीरिया पर इसी गति से हमले होते रहे तो कुछ ही दिनों में सीरियाई वायु सेना नष्ट हो जाएगी. जिसके बाद सीरिया की विद्रोही ग्रुप या भविष्य में सीरिया की कोई भी सरकार इजरायल के लिए हवाई खतरा नहीं हो पाएगी.
सोमवार को सीरिया में 100 से ज्यादा एय़रस्ट्राइक
ब्रिटेन के युद्ध ऑब्जर्वर ने सोमवार (9 दिसंबर) को एएफपी को बताया कि इजरायल ने सोमवार को सीरिया के सैन्य ठिकानों पर 100 से ज्यादा एयरस्ट्राइक किए. इसमें बरजा साइंड रिसर्च सेंटर भी शामिल है.
यह भी पढ़ेंः सीरिया में विद्रोहियों के हमले बने इजरायल की चिंता के कारण, रूस नहीं कर पा रहा मदद