'पाक सरकार मौलिक अधिकारों का कर रही उल्लघंन', UN में गूंजा बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा में लोगों के जबरन लापता होने का मुद्दा
United Nations: अगस्त 2023 में वॉयस फॉर बलूच मिसिंग पर्सन्स ने बलूच लोगों के गायब होने के 56 मामलों की रिपोर्टों का दस्तावेजीकरण और वेरिफिकेशन किया है. इसमें दो महिलाएं और 26 छात्र शामिल हैं.
!['पाक सरकार मौलिक अधिकारों का कर रही उल्लघंन', UN में गूंजा बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा में लोगों के जबरन लापता होने का मुद्दा Issue of forced disappearances of people in Balochistan, Khyber Pakhtunkhwa echoed in UN 'पाक सरकार मौलिक अधिकारों का कर रही उल्लघंन', UN में गूंजा बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा में लोगों के जबरन लापता होने का मुद्दा](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/09/30/8c1f9c4f4581584cdf5f4dd91cfd90401696039339149843_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
United Nations: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 54वें सत्र के दौरान पाकिस्तान के बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में लोगों के गायब होने का मुद्दा उठा. ये मुद्दा शुक्रवार को बलूच और पश्तून राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में उठाया.
बलूच वॉयस एसोसिएशन के अध्यक्ष मुनीर मेंगल ने परिषद ने बलूचिस्तान इलाके के इस गंभीर मानवीय संकट की ओर परिषद का ध्यान खींचा. उन्होंने पाकिस्तान सरकार पर सवाल करते हुए कहा कि सरकार अपने ही लोगों के मौलिक अधिकारों और स्वतंत्रता का उल्लंघन कर रही है. इस दौरान उन्होंने बलूचिस्तान में लोगों के गायब होने का मुद्दा को लेकर गंभीर बात भी कही.
पाकिस्तानी सरकार पर उठे सवाल
मुनीर मेंगल ने कहा, "लोगों का जबरन गायब होना बेहद चिंताजनक और अमानवीय है. ये प्रथा बलूचिस्तान में लंबे समय से चल रही है. हजारों बेकसूर लोग गायब हो गए और उनकी कोई जानकारी नहीं हैं. गायब हुए लोगों के परिवार को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है, वे काफी तकलीफ का सामना कर रहे हैं. यह मुद्दा न केवल सबसे बुनियादी मानवाधिकारों का उल्लंघन करता है, बल्कि न्याय और जवाबदेही के सिद्धांतों को भी कमजोर करता है जिसपर संयुक्त राष्ट्र की नींव है."
उन्होंने आगे कहा, "अगस्त 2023 में वॉयस फॉर बलूच मिसिंग पर्सन्स ने बलूच लोगों के गायब होने के 56 मामलों की रिपोर्टों का दस्तावेजीकरण और वेरिफिकेशन किया है. इसमें दो महिलाएं और 26 छात्र शामिल हैं."
मुनीर मेंगल ने कहा, "डॉ. दीन मोहम्मद, जाकिर मजीद, जाहिद किउरद, राशिद हुसैन, हमीद जेहरी, ताज मोहम्मद सरपारा और हजारों परिवार के सदस्य सुरक्षित बरामदगी का इंतजार कर रहे हैं."
चीन को भी घेरा
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के कार्यकर्ताओं ने चीन के बीआरआई परियोजना के तहत चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) को लेकर कहा कि परियोजना लोगों के जीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है. राजनीतिक कार्यकर्ता नसीम बलूच ने बताया कि बलूचिस्तान में बड़ी संख्या में लोग चीनी निर्माण परियोजनाओं की वजह से गंभीर कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं. नसीम बलूच ने चीन की परियोजना का ग्वादर इलाके में प्रभाव को लेकर ध्यान खींचा. सीपीईसी चीन के शिनजियांग प्रांत को पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से जोड़ता है.
ये भी पढ़ें:
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)