Pro-Palestine Protest: फिलिस्तीन समर्थकों ने मचाया बवाल, नहीं हो सकी जॉर्जिया मेलोनी और जस्टिन ट्रूडो की मुलाकात
Meloni and Trudeau Meeting: पुलिस ने कहा कि गैलरी के बाहर 200-300 प्रदर्शनकारी थे, लेकिन इनकी संख्या का सटीक अनुमान लगाना कठिन था. प्रदर्शनकारी कई प्रवेश द्वारों के बाहर जमा थे.
Pro-Palestine Protest: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी सुरक्षा कारणों की वजह से टोरंटो में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके. फिलिस्तीनी समर्थक प्रदर्शनकारियों ने कार्यक्रम स्थल को घेर लिया था, जिसकी वजह से ओंटारियो की आर्ट गैलरी को बंद करना पड़ा. प्रदर्शनकारियों ने इजरायल-हमास युद्ध से निपटने के कनाडाई सरकार के तरीके की आलोचना की और पीएम जस्टिन ट्रूडो पर गाजा में नरसंहार के लिए पैसे देने का आरोप लगाया.
सीबीसी न्यूज ने पीएम ट्रूडो के कार्यालय का हवाला देते हुए बताया कि कार्यक्रम स्थल तक ट्रूडो और मेलोनी का पहुंचना कठिन था, क्योंकि विरोध प्रदर्शन के बाद आर्ट गैलरी ऑफ ओंटारियो (एजीओ) को बंद कर दिया गया था. पीएमओ के एक प्रवक्ता ने बताया कि 'सुरक्षा चिंताओं के कारण कार्यक्रम रद्द कर दिया गया.' पुलिस ने कहा कि गैलरी के बाहर 200-300 प्रदर्शनकारी थे, लेकिन इनकी संख्या का अनुमान लगाना कठिन था. प्रदर्शनकारी कई प्रवेश द्वारों के बाहर जमा थे. ये लोग किसी को भी कार्यक्रम स्थल पर जाने नहीं दे रहे थे.
प्रदर्शनकारियों ने मंत्री को रोका
सीबीसी न्यूज के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री अहमद हुसैन ने मुख्य प्रवेश द्वार से प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उनका रास्ता रोक दिया और कुछ दूर तक मंत्री का पीछा भी किया. इस दौरान एक प्रदर्शनकारी ने उन पर चिल्लाते हुए कहा, 'आप नरसंहार में शामिल हैं. आपके हाथ खून से रंगे हैं. आप मेरे परिवार के सदस्यों और मेरे दोस्तों की हत्या में शामिल हैं.' इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी प्रदर्शन के दौरान ट्रूडो के साथ बैठक करने के लिए टोरंटो में थी.
इजरायल-हमास का चल रहा युद्ध
बीते साल हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर आतंकी हमला कर 1200 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी थी और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया था. इसके बाद इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर जवाबी हमला शुरू किया. गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायली सैन्य अभियान में अब तक 30,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है.
कनाडा हमास को 'आतंकवादी समूह' मानता है और बार-बार कहता रहा है कि 'इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है.' सीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में ओटावा ने गाजा में बिगड़ते मानवीय संकट के कारण संघर्ष में युद्धविराम का आह्वान किया.
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