इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने जब प्रधानमंत्री का पद संभाला था जो दुनियाभर में महिला सशक्तिकरण पर खूब चर्चा हुई थी. एक बार फिर उन्हीं की वजह से चर्चा हो रही है. इस बार जॉर्जिया मेलोनी के एक फैसले की वजह से विवाद हो रहा है. दरअसल, जॉर्जिया मेलोनी इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं लेकिन उन्होंने अपने नाम का पुर्लिंग रूप चुना है. इसके बाद देश में बहस छिड़ गई है.


आपको पूरा मामला समझाते हुए बता दें कि इतालवी नामों में पुर्लिंग और स्त्रीलिंग दोनों ही रूप संभव होते हैं. सारा विवाद इसी वजह से है. मेलोनी की ओर से जारी पहले बयान में उनके औपचारिक संबोधन प्रेसीदेंते डेल कोंसिलियो (Presidente del Consiglio) के आगे स्त्रीलिंग संबोधन ला (la) की जगह पुर्लिंग संबोधन इल (il) लगा था. इसको ऐसे समझें कि la का मतलब है श्रीमती और il का मतलब है श्री...


ला की जगह इल के इस्तेमाल पर विवाद हो रहा है. मेलोनी के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि मेलोनी नारीवादी नेता हैं. मेलोनी के कार्यालय ने अब तक इस मामले को लेकर कोई सफाई नहीं दी है.


कौन हैं जियोर्जिया मेलोनी 
जियोर्जिया मेलोनी का जन्म 15 जनवरी 1977 को हुआ. वह एक इतालवी पत्रकार और राजनीतिज्ञ हैं. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद फांसीवादी तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी के समर्थकों द्वारा गठित इतालवी सामाजिक आंदोलन (MSI) की युवा शाखा की कार्यकर्ता के तौर मेलोनी ने काम किया. 19 साल की उम्र में, दक्षिणपंथी राष्ट्रीय गठबंधन के लिए प्रचार करते हुए, मिलोनी ने फ्रांसीसी टेलीविजन को बताया कि "मुसोलिनी एक अच्छे राजनेता थे. उन्होंने जो कुछ भी किया, वह इटली के लिए किया.''


2006 में राष्ट्रीय गठबंधन की तरफ से वो एक सांसद चुनी गईं. इसके बाद मेलोनी सिल्वियो बर्लुस्कोनी की चौथी सरकार (2008-2011) में युवा मंत्री के रूप में कार्य किया और यंग एक्शन की अध्यक्ष बनीं. वो युद्ध के बाद इटली की सबसे कम उम्र की मंत्री बनी थीं. वह 2014 से राष्ट्रीय-रूढ़िवादी राजनीतिक दल ब्रदर्स ऑफ़ इटली की नेता हैं. उनका जन्म 15 जनवरी, 1977 को रोम में हुआ. मेलोनी का पालन पोषण उनके पिता के जाने के बाद उनकी मां ने गारबेटेला में किया था.