पाकिस्तान ने दावा किया है कि बलूचिस्तान में हाईजैक हुई ट्रेन को आजाद करा लिया और 190 यात्रियों को बचा लिया. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि इस पूरे ऑपरेशन में 30 बलूच उग्रवादी भी मारे गए हैं. हालांकि, पाकिस्तान की सेना के इस दावे पर सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, बलूच लिबरेशन आर्मी का दावा है कि पाकिस्तान के करीब 150 से ज्यादा बंधक अभी भी उनके चुंगल में हैं. इन सबके के बीच यह भी दावा किया जा रहा है कि बोलान की पहाड़ियों पर 100 से ज्यादा शव पड़े हैं.


इंडिया टुडे ने स्थानीय रिपोर्ट्स के हवाले से बताया कि ट्रेन हाईजैकिंग की घटना और पाकिस्तानी ऑपरेशन के बाद बोलान की पहाड़ियों पर बड़ी संख्या में शव क्षत विक्षत हालत में पड़े हैं. इनमें ज्यादातर शव बंधकों यानी पाकिस्तानी सैनिकों के बताए जा रहे हैं, जो छुट्टी पर घर जा रहे थे. ऐसे में मृतकों की संख्या पर अभी भी संशय बना हुआ है. उधर, बोलन न्यूज ने स्थानीय सूत्रों के हवाले से बताया कि बीएलए ने अभी भी कई जवानों को बंधक बनाकर रखा है. 


चश्मदीद ने खोली पाकिस्तान की पोल


द बोलान न्यूज ने कुछ चश्मदीदों के भी वीडियो शेयर किए हैं. इनमें एक वीडियो जाफर एक्सप्रेस में बंधक बनाए गए पंजाबी फौजी का भी है. वह बता रहा है कि उसके सामने बीएलए के लड़ाकों ने 50-60 सैनिकों को मारते देखा है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या पाकिस्तान ने दुनिया भर के सामने इस ऑपरेशन को लेकर झूठ बोला. 


पाकिस्तान का क्या है दावा?

पाकिस्तान के सुरक्षा अधिकारियों ने बुधवार को बताया था कि बलूचिस्तान प्रांत में सुरक्षा बलों ने अपहृत की गई ट्रेन के 190 यात्रियों को बचाते हुए 30 उग्रवादियों को मार गिराया. सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि कुछ बंधकों की भी मौत हुई है. अधिकारियों ने बताया कि नौ डिब्बों में लगभग 400 यात्रियों को लेकर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी तभी उग्रवादियों ने विस्फोटकों का इस्तेमाल कर ट्रेन को बेपटरी कर दिया और उस पर कब्जा कर लिया. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने मंगलवार को इस हमले की जिम्मेदारी ली. हालांकि, अभी तक पाकिस्तान की ओर से मारे गए लोगों की पुष्टि नहीं की गई है.