जापान का 3000 साल पुराना देवदार का पेड़ बना तूफान का शिकार! पूरा द्वीप हुआ तबाह
Japan Typhoon Storm: स्थानीय मीडिया के अनुसार, शक्तिशाली तूफान के कारण 7 लोगों की मौत हो गई और 120 से अधिक घायल हो गए. बाढ़ के कारण 1,000 से अधिक घर भी क्षतिग्रस्त हो गए
Japan Typhoon Storm: दक्षिण-पश्चिमी जापान के कागोशिमा प्रांत के याकुशिमा द्वीप पर स्थित एक विशाल 3,000 साल पुराना देवदार का पेड़ गिर गया. स्थानीय मीडिया के अनुसार, तूफान शानशान के कारण आई तेज हवाओं के कारण यह हादसा हुआ. शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने क्योडो न्यूज के हवाले से बताया कि देवदार लगभग 26 मीटर ऊंचा था और इसके तने की 8 मीटर की परिधि थी. स्थानीय टूर गाइड ने शनिवार को पाया कि यह अपने आधार के पास टूट गया था.
तूफान की चपेट में आया देवदार का पेड़
एक हजार से भी ज्यादा पुराने याकुसुगी देवदारों के लिए मशहूर याकुशिमा द्वीप को 1993 में विश्व प्राकृतिक विरासत स्थल के रूप में नामित किया गया था. स्थानीय मौसम वेधशाला के अनुसार, टाइफून शानशान को टाइफून नंबर 10 के रूप में भी जाना जाता है. यह तूफान 27 से 29 अगस्त के बीच 168.48 किलोमीटर प्रति घंटे की हवा की गति के साथ द्वीप पर पहुंचा था.
एक हजार से अधिक घर क्षतिग्रस्त
स्थानीय मीडिया के अनुसार, शक्तिशाली तूफान के कारण 7 लोगों की मौत हो गई और 120 से अधिक घायल हो गए. तेज हवाओं और बाढ़ के कारण 1,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए. यह तूफान मध्य जापान के प्रशांत तट पर आया. शनिवार को, शानशान के कारण मध्य जापान के शिजुओका प्रांच के अटामी शहर में लंबे समय तक वर्षा हुई, जहां 72 घंटों में रिकॉर्ड 654 मिमी बारिश हुई, जो पूरे अगस्त में क्षेत्र में हुई औसत वर्षा से तीन गुना अधिक है.
कानागावा प्रांत के एबिना शहर में भी 439 मिमी बारिश हुई, जो अगस्त में होने वाली सामान्य बारिश से 2.7 गुना अधिक थी. 1976 के बाद से अतामी और एबिना दोनों जगह अब तक की सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई. एनएचके की फुटेज से पता चला है कि बारिश के कारण शिजुओका शहर में एक मंदिर के पीछे की पहाड़ी का एक हिस्सा ढह गया, जिससे कब्रिस्तान और उसमें स्थित लगभग 50 कब्रें क्षतिग्रस्त हो गईं.
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