COVID-19 in Japan: चीन में कोरोना की वापसी ने पूरी दुनिया में खतरे की घंटी बजा दी है. चीन के साथ-साथ दुनिया के कई देश फिर से महामारी की चपेट में आ गए हैं. चीन के अलावा जापान और अमेरिका के हालात भी खराब हो चुके हैं. जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां 8वीं लहर आ चुकी है और ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण बच्चों की मौत हो रही है.
जापान टाइम्स के अनुसार, जापान में बीते 8 महीने में 41 बच्चों की जान जा चुकी है. इनमें से 15 बच्चे पहले से बीमार नहीं थे. इन 15 में से 4 बच्चों की उम्र एक साल से कम थी. 2 बच्चों की उम्र एक से 4 साल के बीच थी और 9 बच्चे 5 साल की उम्र से ज्यादा के थे. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट जानलेवा साबित हो सकता है.
ओमिक्रॉन वैरिएंट से बच्चों को ज्यादा खतरा
जापान में ओमिक्रॉन वैरिएंट से बच्चे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. जापान में ऐसे कई मामले देखे गए हैं जिनमें स्वस्थ बच्चों की मौत COVID-19 से संक्रमित होने के बाद हुई है. एक सर्वे से पता चलता है कि COVID-19 से मरने वाले लगभग आधे से ज्यादा बच्चों में कोई बीमारी नहीं थी. पिछले साल के अंत में ओमिक्रॉन वैरिएंट के आने से पहले तक जापान में 20 साल की उम्र के केवल तीन रोगियों की मौत हुई थी लेकिन इस साल के पहले आठ महीनों में यह आंकड़ा बढ़कर 41 हो गया.
कोरोना से बच्चों की मौत का आंकड़ा बढ़ा
इन 41 मौतों में से 29 के विश्लेषण से पता चला है कि 14 में सेंट्रल नर्व्स सिस्टम से संबंधित बीमारियां (जन्म से ही हृदय रोग या अन्य बीमारियां) थीं जबकि शेष 15 में कोई बीमारी नहीं थी. इन 15 मरीजों में से चार की उम्र 12 महीने से कम थी, दो की उम्र 1 साल से 4 साल के बीच थी जबकि नौ की उम्र 5 साल या उससे अधिक थी. इनमें से कई मरीज तेज बुखार या बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचे थे. इनमें से 60 फीसदी से अधिक मरीजों की मौत कोरोना से संक्रमित होने के एक सप्ताह के भीतर हो गई थी.
बच्चों को टीका लगवाने की अपील
जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अक्टूबर के अंत से 20 वर्ष से कम आयु के लोगों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. मंगलवार (20 दिसंबर) तक जापान में 2 लाख 57 हजार संक्रमित मिले थे, इनमें से से 30 फीसदी बच्चे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल की तुलना में इस साल दिसंबर में फ्लू के मामलों में लगभग 35 गुना बढ़ोतरी हुई है. सेंट मारियाना यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के एक एसोसिएट प्रोफेसर तोमोहिरो कत्सुता ने कहा कि बच्चों को COVID-19 से संक्रमित होने से बचाने के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावी तरीका है. उन्होंने पैरेंट्स से बच्चों को टीका लगवाने और बीमार होने पर स्कूल नहीं भेजने की अपील की है.