Japan Nursing Sector: जापान में नर्सिंग केयरिंग ग्रुप के एक सर्वेक्षण के अनुसार लगभग 27 फीसदी नर्सिंग होम और इससे संबंधित सर्विस कुछ सालों में दिवालिया हो सकती हैं या अपना परिचालन बंद कर सकती हैं. इसके पीछे के सबसे बड़ी वजह बढ़ती कीमतें और लागत पर पड़ने वाली दबाव बताई जा रही है.
जापानी नर्सिंग केयरिंग ग्रुप मिनकैक्यो के एक अधिकारी ने कहा कि नर्सिंग केयरिंग सेक्टर अन्य कंपनियों की तरह उपभोक्ताओं पर लगने वाली लागत में बढ़ोतरी का का बोझ नहीं डाल पा रही हैं और इसका उनके व्यवसाय पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है. यह समूह उन लोगों में से एक था, जिन्होंने मार्च में पूरे जापान में लगभग 1,200 नर्सिंग केयरिंग से जुड़े सुविधाओं को कवर करते हुए ऑनलाइन सर्वेक्षण किया था.
64.3 फीसदी परिचालन जारी रख सकते हैं
नर्सिंग केयरिंग सर्विस की क्वालिटी में संभावित गिरावट के बारे में भी चिंताएं भी जाहिर की हैं. इसके वजह से कुछ नर्सिंग सेक्टर में या तो कर्मचारियों की संख्या कम कर दी गई है या ऊंची कीमतों के कारण हाइरिंग को स्थगित कर दिया गया है. सर्वेक्षण में पाया गया कि 90 फीसदी से अधिक नर्सिंग सेक्टर कॉस्टिंग में होने वाली बढ़ोतरी के वजह से प्रभावित हुई हैं.
जब इन नर्सिंग सेक्टर से जुड़े उनकी भविष्य की व्यावसायिक योजनाओं के बारे में पूछा गया तो 64.3 फीसदी ने महसूस किया कि वे चुनौतियों का सामना कर सकते हैं और परिचालन जारी रख सकते हैं. इसके बाद वे लोग थे जो आने वाले सालों में अपने परिचालन को बंद करने या व्यवसाय से बाहर होने के बारे में चिंतित थे.
बिजली और सामान की बचत वजह
नर्सिंग केयरिंग सर्विस में हुई कॉस्ट बढ़ोतरी के कारण बढ़ी हुई लागत से नर्सिंग सेक्टर कैसे निपट रही हैं. इस पर कई उत्तरों में से सबसे आम था बिजली और सामान की बचत. इसके बाद बचत को वापस लेना और वेतन वृद्धि और बोनस को कम करना या छोड़ना. सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 16.2 फीसदी ने कर्मचारियों की कटौती और नई नियुक्तियों के निलंबन को चुना.