टोक्यो: जापान ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन और उत्तर कोरिया के किम जोंग-उन के बीच शुक्रवार को हुए ऐतिहासिक सम्मेलन में परोसी गई मिठाई को लेकर औपचारिक रूप से आपत्ति जताई है. अमेरिकी मीडिया 'CNN' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टोक्यो ने किम को परोसी गई 'मैंगो मूज' को लेकर आपत्ति जताई है क्योंकि इस मिठाई पर कोरियाई प्रायद्वीप का जो मैप बना था उसमें एक द्वीप भी शामिल था. नक्शे में जो द्वीप शामिल था उसपर जापान अपना दावा ठोकता रहा है.


जापान के विदेशमंत्री ने कहा कि एशिया और ओशिनिया मामले के महानिदेशक केंजी कनसुगी ने दक्षिण कोरिया के एंबेसी को बताया है कि ताकाशिमा या दोक्दो द्वीप को मिठाई पर बने नक्शे में शामिल करना बेहद खेदजनक और अस्वीकार्य है. जापान ने कहा कि दक्षिण कोरिया अवैध रूप से प्रायद्वीप के पूरब में स्थित चट्टानी द्वीपों पर कब्जा कर रहा है. यह ऐसा मसला है जिसके कारण दोनों देशों के बीच संबंधों में लंबे समय से खटास रहा है.


आपको बता दें कि उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के बीच आज मुलाकात हुई. पूरी दुनिया की नजरें इस ऐतिहासिक बैठक पर टिकी हुई थीं. 1953 में समाप्त हुए कोरियाई युद्ध के बाद पहली बार कोरियाई देशों के नेता आपस में मिले हैं. यह मुलाकात दोनों देशों की सीमा पर बने डिमिलिट्राइज़ जोन यानि डीएमजेड पर हुई. डीएमजेड में बने पनमूनजेओम गांव के 'पीस हाउस' में किम जोंग और मून जे इन मिले.


नीचे पढ़ें मुलाकात की पूरी रिपोर्ट


दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति से मिले किम जोंग, विजिटर बुक में लिखा- नए इतिहास की शुरुआत