Japan News: जापान ने अपनी डिफेंस पावर को बढ़ाते हुए एक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन का सफल परीक्षण किया. जापानी नेवी की तरफ से यह परीक्षण किया गया. एटीएलए जो कि जापानी रक्षा मंत्रालय का हिस्सा है, उसने एक्स पर पोस्ट किया, "जेएमएसडीएफ की सहायता से एटीएलए ने पहली बार रेलगन का शिप-बोर्ड फायरिंग परीक्षण पूरा किया. यह हवाई और जमीनी खतरे से जहाज की रक्षा करेगा."


इस वीडियो में रेलगन से फायरिंग भी दिखाई गई है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जापान इस हथियार का इस्तेमाल जमीन और समुद्र दोनों में करने की तैयारी में है. इस रेलगन से किसी भी तरह की मिसाइल को गिराया जा सकता है.


किस स्पीड से कर सकता है फायर?


एटीएलए ने कहा कि रेलगन एक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक हथियार है जो जहाजों, मिसाइलों और विमानों जैसे लक्ष्यों पर लगभग 6.5 मैक की स्पीड से फायर कर सकता है. इस रेलगन के बैरल की लंबाई 6 मीटर और वजन 8 टन है. मौजूदा समय के हथियारों की तुलना में रेलगन के कई फायदे हैं.






हाइपरसोनिक हथियार का मुकाबला करने में सक्षम


एटीएलए के अनुसार, वह 2016 से इस रेलगन पर काम कर रहा है. इस रेलगन के सफल परीक्षण के बाद जापान चीन के हाइपरसोनिक हथियार का मुकाबला करने में सक्षम हो गया है. जापानी रक्षा मंत्रालय की तरफ से जानकारी दी गई कि कम लागत में बना यह हथियार तेजी से और दूर तक अपने लक्ष्य को भेदने में सफल है.


सैन्य ताकत को बढ़ा रहा जापान


रेलगन मौजूदा तोपों से अलग है क्योंकि तोपों में बारूद भरा जाता है, वहीं रेलगन से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पावर की वजह से गोले निकलते हैं. इसमें मैगनेटिक पावर और इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल किया जाता है. दुनियाभर में युद्ध की संभवानों को देखते हुए जापान अपनी सैन्य ताकत को बढ़ा रहा है.


इसके तहत जापान कई मिसाइलों को खरीदेने के साथ-साथ लंबी दूरी तय करने वाली मिसाइल भी बना रहा है. चीन की विस्तारवादी सोच और आक्रमकता को देखते हुए जापान अपनी क्षमता बढ़ा रहा है. चीन की तरफ से बढ़ रहे खतरे को देखते हुए जापान कई तरह के अत्याधुनिक हथियार बना रहा है.  


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