टोक्यो: एक तरफ जहां भारत के लोगों के जीवन का सबसे बड़ा संघर्ष और चाहत ये है कि देश की ट्रेनें समय से चलने लगें, वहीं दूसरी तरफ जापान में सफर करने वालों के लिए एक ट्रेन का समय से पहले निकल जाना परेशानी का सबब बन गया. आपको बता दें कि देश में पिछले साल नवंबर के महीने में एक ट्रेन 20 सेकेंड पहले निकल गई थी, वहीं ताज़ा ख़बर के अनुसार एक ट्रेन समय से 25 सेकेंड पहले निकल गई. आपको पता होगा कि ट्रेनों के समय से पहले निकलने पर अफरा-तफरी का माहौल बन जाता है.
ट्रेन ऑपरेटर ने घटना पर बयान जारी करते हुए कहा कि इससे यात्रियों को हुई दिक्कत पर वो किसी तरह का कोई बहाना नहीं बनाना चाहते. सोशल मीडिया पर भी घटना के बाद जमकर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. जापानी मीडिया जापान टुडे के मुताबिक ट्रेन के कंडकटर को ट्रेन के जाने के समय को लेकर कंफ्यूजन हो गई जिसकी वजह से ऐसी स्थिति पैदा हुई.
दरअसल हुआ ये कि ट्रेन के कंडकटर को लगा कि नोटोगावा स्टेशन से ट्रेन के निकलने का समय 07:12 की जगह 07:11 है और इसी कंफ्यूजन में उसने ट्रेन के दरवाज़े बंद कर दिए. दरवाज़े बंद करते ही उसे अपनी गलती का एहसास हुआ और वो चाहता तो अपनी गलती ठीक कर सकता था. लेकिन उसे प्लेटफॉर्म पर कोई पैसेंजर इंतज़ार करता नहीं दिखा जिसके बाद उसने समय से पहले ट्रेन चला देने का फैसला लिया. इसी वजह से ट्रेन 25 सेकेंड पहले स्टेशन से निकल गई.
ट्रेन के निकल जाने के बाद पता चला कि कुछ लोग रह गए थे जिन्हें ट्रेन पकड़नी थी. प्लेटफॉर्म पर रह छूट जाने के बाद उन्होंने इसकी शिकायत की जिसके बाद आधिकारीक रूप से माफी मांगी गई. पिछले साल भी एक ऐसी ही घटना सामने आई थी. ये घटना भी कंडक्टर के कंफ्यूजन की वजह से हुई थी. हालांकि, इस दौरान कोई पैसेंजर पीछ नहीं छूटा था.
आपको बता दें कि जापान में ट्रेनें बिल्कुल समय से चलने के लिए जानी जाती हैं. जापान से उलट भारत में कई ट्रेनें अपने समय से दो से तीन दिन देरी से चल रही हैं. इससे जुड़ी ऐसी अफवाहें भी उड़ाई जा रही हैं कि ट्रेन को लेट होने के पीछ की वजह ये है कि नई पटरियां बिछाई जा रही हैं. लेकिन ये पूरी तरह से सच नहीं है. भारतीय ट्रेनों के देर से चलने के पीछे भारतीय रेलवे का बुरी तरह से अव्यवस्थित होना जिम्मेदार है.