टोक्यो: जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने उत्तर कोरिया को अपनी मिसाइल और परमाणु हथियार विकास नीतियों को जारी रखने को लेकर चेतावनी दी. आबे ने बुधवार को कहा कि जापान, रूस और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ बातचीत करेगा. ताकि इससे उत्तर कोरिया को यह समझाया जा सके कि अगर वह अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाओं को जारी रखता है, तो इस देश का कोई भविष्य नहीं होगा. समाचार एजेंसी एफे न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी आर्थिक मंच में भाग लेने के लिए व्लादिवोस्तोक के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने यह बात कही.


रूस की अपनी यात्रा के दौरान शिंजो आबे, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलकर रविवार को प्योंगयांग के नवीनतम परमाणु परीक्षण की स्थिति और 29 अगस्त को जापान के ऊपर से बैलिस्टिक मिसाइल के लॉन्च पर भी चर्चा करेंगे. जापान की सरकार के अनुसार, पिछले चार महीनों में यह इन दोनों नेताओं की दूसरी मुलाकात होगी. आबे को उम्मीद है कि इस मुलाकात के दौरान वह पुतिन से किम जोंग-उन के शासन पर दवाब बनाने में समर्थन हासिल कर लेंगे.


रविवार को किए उत्तर कोरिया के परीक्षण के बाद आबे ने पुतिन से फोन की और उन्हें याद दिलाया कि उत्तर कोरिया के शासन के खिलाफ रूस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. इससे पहले बुधवार को रूस के राष्ट्रपति ने उत्तरी कोरिया को घेरने के खिलाफ चेतावनी. उन्होंने मॉस्को के रुख को दोहराया कि प्योंगयांग के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों से कोरियाई प्रायद्वीप की समस्याओं को हल करने में मदद नहीं मिलेगी.


पूर्वी आर्थिक मंच पर दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जाए-इन के साथ बैठक के बाद पुतिन ने कहा, "भावनाओं में बहकर उत्तर कोरिया को अलग-थलग नहीं करना चाहिए."