नौकरी में छंटनी, पेड ब्लू टिक और यू-टर्न... ट्विटर की कमान संभालने के 15 दिनों के अंदर जानें एलन मस्क ने क्या-क्या किया
Elon Musk ने ट्विटर में कई बदलाव किए हैं और अब ऐसा लगता है वे हर फैसला बहुत जल्दबाजी में आकर लेते हैं, क्योकि उन्होंने 15 दिनों में अपने ही कई फैसलों पर यू-टर्न लिया है.
Elon Musk Twitter: पिछले महीने एलन मस्क ने ट्विटर का अधिगहण किया और पूरी तरह से ट्विटर पर अपना कंट्रोल कर लिया. एलन मस्क ने 15 दिनों में ट्विटर में एक के बाद एक कई बदलाव किए, लेकिन अपने ही लिए कुछ फैसलों को मस्क ने पलट भी दिया.
यह बात जगजाहिर है कि मस्क ट्विटर के साथ नए-नए एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं और उनकी कोई भी नीति फिलहाल के लिए पूरी तरह से फाइनल नहीं हुई है. चलिए अब उन फैसलों के बारे में बात करते हैं जिन्हें वापस ले लिया गया.
पहले निकाला और फिर वापस बुलाया
एलन मस्क की ट्विटर में एंट्री हुई तो हर किसी की पहली चिंता यही थी छंटनी और कुछ वैसा ही हुआ भी. मस्क ने आते ही टॉप मैनेजमेंट से लेकर निचले स्तर के कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट की मानें तो भारत में ही ट्विटर ने करीब 90 प्रतिशत कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया और अमेरिका स्थित हेडक्वार्टर से आधे से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा. हालांकि, मस्क ने अपने इस फैसले को भी पलटा.
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि जिन कर्मचारियों को निकाला गया, उनमें से अधिकांश को बाद में वापस भी बुला लिया गया. कंपनी को ऐसा महसूस हुआ कि इनमें से कई लोग ऐसे थे जो कंपनी के लिए काफी लाभदायक थे. इसके बाद मस्क के छंटनी वाले फैसले पर भी खूब सवाल खड़े हुए. सबसे मुख्य सवाल यही था कि क्या मस्क ने बहुत जल्दबाजी में ट्विटर में छंटनी का फैसला लिया?
पेड ब्लू टिक
एलन मस्क के आने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर ने सबसे बड़े बदलाव के रूप में सब्सक्रिप्शन मॉडल को देखा. मस्क ने साफ-साफ कह दिया कि अब ब्लू टिक या वेरिफिकेशन के लिए यूजर्स को 8 अमेरिकी डॉलर प्रतिमाह देने होंगे. ट्विटर ने कई देशों में इस सर्विस को शुरू भी कर दिया. हालांकि, उनके इस फैसले की भी काफी आलोचना हुई और अंत में जाकर मस्क को अपना ये फैसला भी बदलना पड़ा और अभी के लिए पेड ब्लू टिक सर्विस को रोक दिया गया. बता दें कि मस्क जब से ट्विटर के मालिक बने हैं उन्होंने खुद अपने ट्विटर से पेड ब्लू टिक के लिए प्रचार किया है.
ऑफिशियल बैज पर यू-टर्न
8 नवंबर को ट्विटर ने अपना नया $8 प्रीमियम सब्सक्रिप्शन प्रोडक्ट लॉन्च करते समय प्रमुख मीडिया आउटलेट्स और सरकारों सहित चुनिंदा वेरिफाइड अकाउंट्स के लिए एक "ऑफिशियल" लेबल पेश किया. वहीं ठीक एक दिन बाद ही यानी 9 नवंबर को, मस्क ने ट्वीट किया कि उन्होंने ट्विटर अकाउंट्स के लिए नए 'ऑफिशियल' लेबल को अभी के लिए रोक दिया है.
मस्क के अब तक के सबसे बड़े फैसले-
- एलन मस्क ने मालिक बनते ही ट्विटर की टॉप लीडरशिप पर प्रहार किया. इधर, मस्क की एंट्री हुई और उधर उन्होंने सीईओ पराग अग्रवाल को बाहर का रास्ता दिखा दिया. अग्रवाल के साथ-साथ सीएफओ नेड सहगल, कानूनी मामलों और नीति प्रमुख विजया गड्डे सहित शीर्ष अधिकारियों को भी नौकरी से हाथ धोना पड़ा.
- मस्क ने वादा किया है कि कंटेंट नीतियों में अभी कोई बदलाव नहीं होगा. उन्होंने स्पष्ट किया है कि डोनाल्ड ट्रम्प जैसे प्रतिबंधित अकाउंट्स की बहाली को लेकर भी अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. इस पर अंतिम फैसला एक नई घोषित कंटेंट मॉडरेशन परिषद के बाद ही लिया जाएगा. उन्होंने कहा है कि अकाउंट बहाली की नई प्रक्रिया को लागू करने में कम से कम "कुछ और सप्ताह" लगेंगे.
- द गार्जियन पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, एलन मस्क कथित तौर पर वीडियो कंटेंट के लिए शुल्क लेने पर भी विचार कर रहे हैं. इस सुविधा में लोगों को वीडियो पोस्ट करने और यूजर्स को उन्हें देखने के लिए चार्ज करने की सुविधा शामिल होगी, जिसमें ट्विटर कटौती करेगा.
- एलन मस्क कंपनी में तेजी से बदलाव कर रहे हैं. अपने नए फरमान में उन्होंने पैरोड़ी अकाउंट्स चलाने वालों के लिए एक नई गाइडलाइन जारी की है. एलन मस्क ने एक ट्वीट साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि अब पैरोडी अकाउंट चलाने वाले यूजर्स को सिर्फ बायो में ही 'पैरोडी' नहीं लिखना होगा, बल्कि उन्हें अपने नाम में भी 'पैरोडी' लिखना होगा. उन्होंने ट्वीट में कहा कि पैरोडी चलाने वाले यूजर्स लोगों को बरगलाएं नहीं.
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