Biden Administration Visa Fee Hike: हर साल बड़ी मात्रा में विदेश जाने वाले भारतीय नागरिकों को अब अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) नीत प्रशासन H1-B वीजा के लिए फीस बढ़ाने का प्रस्ताव लेकर आया है. 


इस प्रस्ताव से सबसे ज्यादा भारतीय पेशेवरों पर प्रभाव पड़ने का अंदेशा है. क्योंकि अब उनको विदेश जाने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे. यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (यूएससीआईएस) ने बुधवार (5 जनवरी) को प्रस्ताव दिया कि एच-1बी वीजा के लिए आवेदन फीस 460 अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 780 अमेरिकी डॉलर की जाए. 


इसके अलावा बाइडेन प्रशासन एल-1 कैटेगरी के वीजा के लिए फीस 460 अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 1,385 अमेरिकी डॉलर करने की तैयारी में है को वहीं O-1 वीजा के लिए आवेदन शुल्क 460 अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 1,055 अमेरिकी डॉलर करने का प्रस्ताव दिया गया है. 


क्या होता है H1-B वीजा?
H-1B वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है, इस वीजा के जरिए अमेरिकी कंपनियां  विदेशी कर्मचारियों को यूएस बुला सकती हैं. इस वीजा के जरिए अमेरिकी टेक कंपनियां ज्यादातर भारतीय और चाइनीज टेक प्रोफेशनल्स को हायर करती हैं. और इसी वीजा के जरिए उनको अपने देश बुलाती हैं. 


इस प्रस्ताव के बाद अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) ने कहा कि USCIS मुख्य रूप से वीजा के लिए आवेदन करने वाले लोगों के रेवेन्यू पर ही काम करता है. इसलिए दाम बढ़ाने की जरूरत थी. USCIS ने तर्क दिया कि नई फीस वृद्धी से इमिग्रेशन एजेंसी अपनी परिचालन लागत पूरी तरह से वसूल पाएगी.


डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी ने बताया है कि फीस बढ़ाने का यह प्रस्ताव 60 दिनों के लिए सार्वजनिक पटल पर रखा जाएगा. उन्होंने कहा अगर कोई इस प्रस्ताव पर सवाल नहीं खड़े करता है तो नियम के मुताबिक H-2B वीजा के लिए फीस  460 अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 1,080 अमेरिकी डॉलर कर दी जाएगी.


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