G20 Summit: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) की जी-20 सम्मेलन के मौके पर रविवार को वार्ता के दौरान तुर्की राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोआन को यह कहने की योजना है कि दोनों देशों को एक दूसरे के बीच संकटों से बचने का रास्ता खोजने की जरूरत है. हाल में अमेरिकी राजदूत को मान्यता नहीं देने की धमकी और रूस में निर्मित एस - 400 मिसाइल रक्षा प्रणाली तुर्की द्वारा खरीदे जाने से दोनों देशों के तनावपूर्ण संबंध सामने आए थे.
मुलाकात से पहले एर्दोआन के साथ खड़े नजर आये बाइडन ने कहा, ‘‘हमारी अच्छी बातचीत की योजना है.’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने मानवाधिकारों के बारे में पूछे गये सवालों का जवाब नहीं दिया. उन्होंने तब भी कुछ नहीं कहा जब उनसे पूछा गया कि क्या तुर्की रूस के बहुत करीब चला गया है. अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दोनों नेताओं की सीरिया और लीबिया समेत क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा करने की योजना है.
नाटो सहयोगी के तौर पर कड़ाई से परखी जा रही है तुर्की की भूमिका
हाल के सप्ताहों में नाटो सहयोगी के तौर पर तुर्की की भूमिका कड़ाई से परखी जा रही है. एर्दोआन ने 23 अक्टूबर को एक रैली में कहा था कि जेल में बंद एक लोकोपकारी व्यक्ति की रिहाई की मांग करने वाले 10 विदेशी राजदूतों को अवांछित करार दिया जाना चाहिए. अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी के प्रतिनिधियों समेत दस राजदूतों ने उससे पहले बयान जारी करके व्यापारी और लोकोपकारी व्यक्ति ओस्मान कवाला के मामले के समाधान का आह्वान किया था जिन्हें किसी अपराध में बिना दोषी ठहराये 2017 से जेल में रखा गया है. वहीं सितंबर में तुर्की की समाचार समिति एनोडालू ने एर्दोआन के हवाले से कहा, ‘‘ मैं ईमानदारी से नहीं कह सकता हूं कि तुर्की-अमेरिकी संबंध में सब कुछ अच्छा चल रहा है.’’
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