वाशिंगटन: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए अपने कार्यकाल के पहले 100 दिनों में 10 करोड़ अमेरिकियों को कोविड-19 के वैक्सीन लगाने की महत्त्वाकांक्षी येाजना की घोषणा की है. बाइडेन 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने वाले हैं. उससे पहले, उन्होंने शुक्रवार को अपनी टीम के साथ स्वास्थ्य संकट के समाधान के लिए एक बैठक की.
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के ‘कोरोना वायरस ट्रैकर’ के अनुसार, अमेरिका में अब तक 2 करोड़ 35 लाख 23 हजार से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं. 3 लाख 91 हजार 955 लोगों की मौत हो चुकी है. अमेरिका दुनिया में इस बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित देश है. अपने चुनाव अभियान के दौरान, बाइडेन ने कोविड-19 महामारी को बड़ा मुद्दा बनाया था और मतदाताओं से इससे निपटने और इससे उत्पन्न आर्थिक संकट को दूर करने का वादा किया था.
बाइडेन ने विलमिंगटन में कहा, ‘‘अमेरिका में अब तक टीकाकरण अभी तक पूरी तरह विफल रहा है और आज की बैठक में हमने पांच चीजों पर चर्चा की. इन पांच चीजों के जरिए हम स्थिति को बदलने का प्रयास करेंगे, इन पांच चीजों से हम निराशा को आशा में बदलेंगे. ये पांच चीजें हमारे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में 10 करोड़ टीके लगाने के हमारे लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेंगी.’’
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि हम इसे पूरा कर सकते हैं, और यह साहस और दृढ़ विश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए बड़े लक्ष्य निर्धारित करने का समय है क्योंकि राष्ट्र का स्वास्थ्य सचमुच दांव पर है. सबसे पहले, हम अधिक प्राथमिकता वाले समूहों के लिए टीकाकरण शुरू करने के उद्देश्य से सभी राज्यों के साथ मिलकर तुरंत काम करेंगे.’’ उन्होंने कहा कि इस नए प्रयास में पूरे राष्ट्र को एकजुट किया जाएगा और टीकाकरण, जांच और महामारी से निपटने के अन्य उपायों के लिए संघीय कोष से अरबों डालर खर्च किए जाएंगे. उन्होंने शुक्रवार को कहा, "आप लोगों से मेरा वादा है: हम इस अभियान से इस महामारी को काबू में करेंगे.’’
जो बाइडेन ने कहा कि इसके लिए संसद को अधिक धन खर्च करने की मंजूरी देनी होगी. उन्होंने लोगों से मास्क पहनने, भीड़भाड़ से बचने और अक्सर अपने हाथों को धोते रहने जैसे बुनियादी सावधानियों का पालन करने की भी अपील की. उन्होंने कहा, ‘‘यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है. यह जीवन बचाने के बारे में है. मुझे पता है कि यह एक पक्षपातपूर्ण मुद्दा बन गया है, लेकिन यह मूर्खतापूर्ण है और मूर्खतापूर्ण चीजें हो रही है.’’ उन्होंने महामारी से निपटने और अस्थिर अर्थव्यवस्था को तात्कालिक सहायता प्रदान करने के लिए 1.9 ट्रिलियन डॉलर के "अमेरिकन रेस्क्यू प्लान" की घोषणा करने के एक दिन बाद यह बात कही. इस योजना में 400 बिलियन डॉलर कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से खर्च किया जाएगा. इस योजना के तहत पूरे अमेरिका में बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाने और महामारी से निपटने संबंधी कई अन्य उपाए किए जाने हैं.
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