वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जो बाइडन के लिए व्हाइट हाउस में एक संदेश छोड़ा है. जिन्होंने कल देश के 46वें राष्ट्रपति के रूप पद की शपथ ली है. अमेरिकी परंपरा के तहत निवर्तमान राष्ट्रपति व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में रखे ‘रेजेल्यूट डेस्क’ में अगले राष्ट्रपति के लिए एक संदेश लिखकर रखता है.
राष्ट्रपति के संदेश में बधाई और शुभकामनाएं होती हैं
सीएनएन की खबर के अनुसार, परंपरा का पालन करते हुए रियल एस्टेट कारोबारी से नेता बने 74 साल के ट्रंप ने व्हाइट हाउस में बाइडन के लिए एक पत्र (नोट) लिखा है. सामान्य तौर पर निवर्तमान राष्ट्रपति के संदेश में बधाई और शुभकामनाएं होती हैं.
हालांकि, ट्रंप ने सामान्य और शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता हस्तांतरण की अन्य सभी परंपराओं को दरकिनार कर दिया है. वह अमेरिकी संसद भवन (यूएस कैपिटल) में बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए.
ट्रंप के कार्यकाल में वो हुआ, जो कभी नहीं हुआ
समारोह से महज कुछ ही घंटे पहले ही ट्रंप अपनी पत्नी मेलेनिया ट्रंप के साथ फ्लोरिडा रवाना हो गए हैं. इसके साथ ही अमेरिका के इतिहास में उनके कार्यकाल की एक ऐसी दागदार विरासत अंकित हो गई जैसी पहले कभी नहीं देखी गई. ट्रंप को उनकी अप्रत्याशित नेतृत्व क्षमता, समर्थकों और विभाजनकारी बयानों के लिए और एक ऐसे राष्ट्रपति के रूप में जाना जाएगा जिन पर पिछले चार सालों में दो बार महाभियोग चलाया गया.
ट्रंप एकमात्र राष्ट्रपति, जिन पर दो बार महाभियोग चला
कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कालखंड में हुए चुनाव में ट्रंप को अपने डेमोक्रेट प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी लेकिन उन्होंने कभी इसे स्वीकार नहीं किया. इसकी बजाय उन्होंने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया जिसे देश के प्रशासन और ट्रंप की अपनी रिपब्लिकन पार्टी के अधिकारियों ने भी खारिज कर दिया. अमेरिका के इतिहास में ट्रंप तीसरे राष्ट्रपति हैं जिन पर प्रतिनिधि सभा में महाभियोग चलाया गया और वह एकमात्र राष्ट्रपति हैं जिन पर दो बार महाभियोग चलाया गया.
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